महाराजगंज में नट समुदाय के लोगों ने शव के साथ किया प्रदर्शन

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परवेज अख्तर/सिवान: जिले के महाराजगंज थाने के लेरूआ कांड में तीसरी मौत होने के बाद नट समुदाय के लोग सोमवार को सड़क पर उतर आए। लेरूंआ निवासी फिरोज नट की 12 वर्षीया बेटी रूकसाना उर्फ भुअर की मौत के बाद उनका गुस्सा फूट पड़ा। शहर के राजेन्द्र चौक पर शव के साथ उग्र प्रदर्शन किया गया। इस दौरान आगजनी कर सड़क को जाम कर दिया। इससे आवागमन पूरी तरह घण्टों बाधित रहा।

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मालूम हो कि थाना क्षेत्र के बलंऊ पंचायत के लेरुआ गांव के चिमनी के समीप शुक्रवार की रात लूट का विरोध करने पर हथियार लैश लुटेरों ने एक बाइक पर सवार दो युवक को गोली मार दी थी, जिसमें एक की मौत घटना स्थल पर ही हो गई थी, जब कि एक युवक गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। घटना के बाद अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। घटना को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे और आक्रोशित भीड़ ने आरोपित के घरों में आग लगा दी थी। इस हादसे में तीन महिलाएं बुरी तरह से झुलस गई थीं। जबकि लोगों की आक्रोशित भीड़ ने एक महिला की पीट-पीटकर मार डाला घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल कायम है।

पटना में इलाज के दौरान हुई भुवर की मौत

घटना में बाइक सवार मृत युवक लेरुआ गांव निवासी संजय साह का 20 वर्षीय पुत्र सागर साह था। जबकि अपराधियों की गोली से घायल युवक गांव के ही श्रीकांत प्रसाद का 20 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार है। आक्रोशित लोगों की शिकार बनी आरोपित पक्ष से मरने वाली महिला फिरोज नट की 32 वर्षीय पत्नी संजू देवी थी। वहीं आगजनी की घटना में झुलसने वालों में गोलू कुमार, सेब कुमार, फिरोज नट की पुत्री रोक्साना उर्फ भुवर थीं। जिसका इलाज सीवान किये जाने के बाद पटना रेफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान रविवार की देर रात भुवर की मौत हो गई। भुवर के मौत के बाद नट समुदाय का गुस्सा फूट पड़ा। पटना से शव के पहुंचते ही वे शव को लेकर शहर के राजेन्द्र चौक पर पहुंच गए। प्रशासन पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किए।

रोड जाम किए जाने से आवागमन ठप

नट समुदाय के लोगों ने आगजनी करते हुए सड़क को जाम कर दिया। आगजनी के कारण आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। प्रदर्शनकारी पुलिस विरोधी नारेबाजी करते रहे। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रणधीर कुमार पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने – बुझाने का प्रयास किया। वे इस घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी और अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे थे। प्रशासन द्वारा काफी मान -मनौव्वल के दो घण्टे बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सीवान भेज दिया। मालूम हो कि मृतका भुवर की मां संजू देवी की मौत लेरूआ कांड में हो चुकी है। वह आक्रोशित भीड़ की शिकार बन गई थी। वैसे, पुलिस इस कांड के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।