पटना के भद्रघाट से लेकर कंगन घाट के बीच गंगा किनारे बने गंगा पथ का आकर्षण लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। इस मार्ग पर महावीर घाट जुहू की चौपाटी की तरह देशी पर्यटकों की पसंद बन चुका है। विहंगम नजारों को आंखों और कैमरों में कैद करने लिए लोग दूर दराज से हर शाम यहां पहुंच रहे हैं।
सड़क के दक्षिणी फुटपाथ किनारे लगे कई चलंत दिल लुभावन स्टाल लगे हैं। कुल्हड़ की चाय, भेलपुरी, स्नैक्स, आइस्क्रीम, चाउमिन, डोसा, मोमो समेत अन्य कई तरह के फास्ट फूड पर्यटकों को परोसे जा रहा है। सड़क के उत्तरी फुटपाथ पर चहलकदमी कर अथवा पैर लटका कर गंगा की ओर मुंह किए लोग घंटों सुकून से बैठे वक्त गुजार रहे हैं। लगने वाली भीड़ पर नजर रखने एवं सुरक्षा के लिए आलमगंज और खाजेकलां थाना की पुलिस गश्त करती है।
पर्यटकों का कहना है कि इतनी खुली जगह और स्वच्छ वातावरण पटना सिटी में कहीं और नहीं। शाम से पहले यहां आकर और देर शाम तक परिवार के साथ बैठने अच्छा लगता है।
गंगा किनारे बैठ और टहल कर गप्पे हांकते हुए फास्टफूड का मजा लेने में मुंबई के जुहू बीच की याद ताजा हो जाती है। घाट किनारे बैठने की बेहतर व्यवस्था यदि जिला प्रशासन करे तो भद्रघाट से लेकर कंगन घाट तक का इलाका पिकङ्क्षनग स्पाट बन सकता है। शाम में डूबते सूर्य के समय असमान पर बिखरते रंगों को कैमरे में कैद करने का रोमांच लोगों को यहां खींच लाता है। परिवार और दोस्तों के साथ भीड़भाड़ से अलग सुकून के पल गुजारने का यह बेहतर स्पाट है।