पुलिस के देरी से पहुँचने पर ग्रामीणों में था आक्रोश
घटना: मुफ्फसिल थाने के अमलोरी गांव का
परवेज़ अख्तर/सीवान:- सीवान में आम आदमी की कौन कहे प्रशासनिक महकमे के लोग भी जिले में सक्रिय चोरों के निशाने से नही बच पा रहे है। आये दिन जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सक्रिय चोर कहीं न कहीं घटना को अंजाम देकर लोगों को सकते में डाल दिया है। बता दें की कहीं घर में घुस चोरी, तो कहीं दूकान का ताला तोड़ चोरी करना चोरों की आम बात हो गयी है। इसके बावजूद पुलिस प्रशासन सक्रिय चोरों के मनोकामना को ध्वस्त करने में बिफल साबित हो रही है। नतीजा यह निकल रहा है की पुलिस प्रशासन के द्वारा सक्रिय चोरों पर कारवाई नही करने से उनका मनोबल दिन पे दिन बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार की रात चोरों ने छत के रास्ते एक घर में घुस कर लाखों रुपये की संपत्ति पर हाथ साफ कर लिया।यह घटना जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अमलोरी गांव की है। बता दें की सीवान डीआरडीए में सहायक के पद पर कार्यरत अरुण कुमार सिंह के अमलोरी स्थित घर पर सोमवार की रात जब परिवार के सभी लोग खाना पीना खा कर अपने -अपने स्थान पर सो गए इसके बाद उनके छत के रास्ते घर मे घुस चोरों ने दो लाख के जेवर सहित कीमती सामानों की चोरी कर ली और आसानी से फरार हो गए. सुबह उठने पर घरवालों ने जब सभी कमरों में तितर – बितर हुए सामनों को देखा तब उन्हे चोरी की घटना का पता चला.अहले सुबह गांव के खेत में ग्रामीणों ने चोरी हुई बक्सा और तितर- बितर कपड़े को देखा तो इसकी सुचना पीड़ित परिवार वालों को दी। ग्रामीण ऐसा अनुमान लगा रहे है की घर में घुसे चोरों ने घटना को अंजाम देने के बाद चोरी की गई सामानों को उक्त स्थान पर लाकर बंटवारा किया होगा और बेकार सामानों को फेंक कर चलते बने होगें।बहरहाल चाहे जो हो अमलोरी गांव में फिलहाल चल रही चर्चाओं की माने तो प्रशासनिक महकमे के लोग के घर सक्रिय चोरों ने चोरी कर पुलिस प्रशासन को चुनौती दी है। लोगों का यह भी कहना था की घटना की सुचना के कई घण्टे बाद पुलिस मौके पर पहुँची।उधर पुलिस के देरी से पहुँचने पर ग्रामीणों में भी सक्रिय चोरों के साथ-साथ पुलिस के प्रति आक्रोश देखने को मिला।पुलिस को कई ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा।बाद में गांव के प्रबुद्ध लोगों के आश्वासन पर भड़के ग्रामीण शांत हुए।इस सम्बंध में पूछे जाने पर मुफ्फसिल थाना प्रभारी अभिजीत कुमार ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा की पीड़ित परिवार की ओर से अभी कोर्इ लिखित शिकायत नही दी गयी है। आवेदन प्राप्त होते ही आगे की कानूनी कारवाई की जायेगी वैसे इलाकों के कई स्थानों पर छापेमारी कराई जा रही है।