परवेज अख्तर/सिवान : एमएचनगर थाना के डिब्बी में सोमवार की सुबह परिवारिक कलह की वजह से जहर खाने के बाद पति अशोक उपाध्याय की मौत के बाद 40 वर्षीय पत्नी सरस्वती देवी की भी मौत सोमवार की देर शाम गोरखपुर में इलाज के क्रम में हो गयी। इस दोहरे मौत के बाद डिब्बी गांव में मंगलवार को मातमी सन्नाटा पसरा रहा। वही मां-बाप की मौत के बाद बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। सोमवार की देर शाम परिजन अशोक उपाध्याय के शव का दाह संस्कार सिसवन करने गए थे तभी पत्नी की भी मौत की सूचना मिली। मृतक की बड़ी बेटी रानी देवी के ससुर डीएन पांडेय ने बताया कि अशोक उपाध्याय के परिवार की स्थिति को देख बोलेरो खरीदकर परिवार के भरण पोषण के लिए दी थी। जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। वहीं लोगों ने बताया कि वे बेशकीमती जमीन बेच दिए फिर भी लोगों के कर्ज से घिरे हुए थे। इसी चिंता को लेकर उन्होंने खुदकुशी करने के लिए सल्फास की गोली खुद व पत्नी को खिलाकर इहलीला समाप्त करने की कोशिश की। जिसमें उनकी मौत सोमवार की सुबह हो गयी जबकि पत्नी की मौत गोरखपुर में इलाज के क्रम में हो गयी। स्थानीय लोग भी इस घटना से हतप्रभ हैं। उनका कहना है कि आखिर क्यों उन्होंने ऐसा कदम उठाया? अपने पीछे बच्चों का भी ख्याल नहीं किया। कुछ लोगों ने बताया कि कीमती जमीन बेचने के बाद भी लोगों से कर्ज क्यों लिया जबकि किसी तरह का नशा भी नहीं था। वे ही बोलेरो चला कर अपने परिवार को भरण पोषण करते थे। मृतक के बड़े बेटा गोलू पर पारिवारिक जिम्मेदारियां आन पड़ी है। मंगलवार की शाम तक सरस्वती देवी का शव नहीं पहुंच सका था। मां-बाप की मौत के बाद सदमे बच्चे: अशोक उपाध्याय के मासूम बच्चों को यह पता नहीं था कि सोमवार उनके लिए काल बन कर आएगा। उनके सिर से मां-बाप का साया खत्म हो गया। इस घटना ने बच्चों को झंकझोर कर रख दिया है। मृत दंपती से तीन बेटी व तीन बेटा है। जिसमें रानी देवी की शादी हो चुकी है। ब्यूटी कुमारी, स्वीटी कुमारी, गोलू कुमार, शिवम कुमार व सत्यम कुमार है। जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। मां-बाप साया हटने से बच्चे काफी सदमे में हैं। घर वीरान हो चुका है। कोई ढांढस बंधाने वाला नहीं दिख रहा है।
जहर खाने वाली पत्नी ने भी तोड़ा दम
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