मुजफ्फरपुर: जिले में जहरीली शराब का कहर जारी है। सरैया के बाद अब सकरा प्रखंड के बारियारपुर ओपी के बाजी राउत गांव के दो युवकों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई। वहीं, एक का इलाज चल रहा है। मृतक अशोक पंडित (38) व संत कुमार पंडित (36) उर्फ टुनटुन पंडित थे। अशोक की मौत शुक्रवार की देर रात स्थानीय अस्पताल में हुई। अशोक पंडित की पत्नी ने शराब पीने से मौत की बात कही है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही परिजनों ने शव का दाह संस्कार कर दिया। संत कुमार की मौत शनिवार को ससुराल वैशाली के जंदाहा के एक अस्पताल में हुई। ससुर ने देसी शराब पीने से संत कुमार की मौत की बात कही है। परिजन उसका शव लेकर गांव पहुंचे। डीएसपी ईस्ट ने गांव पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। डीएसपी ने बताया कि एक अन्य की भी मौत की जानकारी है। छानबीन हो रही है।
थानेदार सहित दो निलंबित
शराब से सरैया में दो दिनों में छह की मौत हो चुकी है। एसएसपी ने सरैया थानेदार रविंद्र कुमार यादव व प्रभारी थानेदार मो. कलामुद्दीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। तीन चौकीदार भी निलंबित किए गए हैं।
शाम में पी शराब, रात से बिगड़ने लगी तबीयत
जहरीली शराब से दो युवकों की मौत के बाद सकरा के बरियापुर ओपी के बाजी राउत गांव में दहशत व मातम का आलम है। इलाके में कई चर्चाएं हैं। दोनों मृतकों के परिजन भी शराब पीने से मौत की बात कह रहे हैं। अशोक पंडित की पत्नी चंदू देवी ने बताया कि गुरुवार को संत कुमार झोपड़ी बनाने के लिए अशोक को घर से बुलाकर ले गया था। वहां खुद भी शराब पी और अशोक को भी पिलाई। देर शाम दोनों घर लौटे। रात आठ बजे अशोक की तबीयत खराब होने लगी। उल्टी व पेट दर्द होने लगा।
उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार देर रात दम तोड़ दिया। इधर, संत कुमार की भी रात में ही तबीयत खराब होने लगी। उसे भी उल्टी, दस्त और पेट दर्द होने लगा। गांव के कुछ लोग उसे वैशाली के जंदाहा स्थित उसके ससुराल में छोड़ गए। ससुर दिनेश्वर पंडित ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पत्नी मनीषा भी पहुंची व जानकारी दी। ससुर ने बताया कि दामाद की तबीयत शराब पीने के बाद बिगड़ी थी। बता दें कि दो दिन पहले भी एक गांव में तीन युवकों ने शराब पी थी। तीनों की आंख की रौशनी चली गई।
जेल में बंद माफिया से पूछताछ
सरैया शराब कांड का तार मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल में बंद एक माफिया से जुड़ रहा है। शनिवार को पुलिस की एक टीम ने जेल जाकर करजा इलाके के शराब माफिया से एक घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। पुलिस को शराब की खेप मंगवाने से संबंधित सुराग भी मिला है। इसे लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस वैशाली व पटना पुलिस के सहयोग से पटना व वैशाली के दियारा में छापेमारी करने में जुटी है। हालांकि, देर रात तक पुलिस को सफलता हाथ नहीं लग सकी है।
सरैया में ताबड़तोड़ छापेमारी शराब, रैपर व रुपये बरामद
सरैया में शराब कांड से जिले में हड़कंप मचा है। दो दिनों में छह मौत के बाद शनिवार को भी एक सरकारी कर्मचारी की संदिग्ध स्थिति में मौत होने से प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई। हालांकि, उसकी जहरीली शराब से मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। एक ग्रामीण चिकित्सक सहित दो की गंभीर स्थिति में इलाजरत होने की भी सूचना है। इधर, पुलिस, उत्पाद, खुफिया सहित अन्य विभागों की टीमें सरैया के अलग-अलग गांवों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं। बीते 24 घंटे में पुलिस ने वार्ड सदस्य सहित दो दर्जन को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा ही है।
उत्पाद विभाग की टीम व जैतपुर ओपी पुलिस ने रेपुरा के मलंग चौक स्थित तीन दुकानों पर एक साथ धावा बोला। दो दुकान बंद थी, जबकि एक दुकानदार दुकान छोड़कर फरार हो गया। टीम ने बंद दुकानों के ताले तोड़कर तलाशी ली। इस दौरान अनोज कुमार की होटल से दो बोतल शराब मिली, जबकि राम एकबाल साह की दुकान से शराब की एक बोतल, कुछ खाली बोतल व एक रैपर सहित 48400 रुपये बरामद किए गए।
संसद में उठाया जाएगा मामला: वीणा देवी
वैशाली सांसद वीणा देवी ने रूपौली गांव जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। परिजनों से घटना की जानकारी ली और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान सांसद ने कहा कि यह कांड पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता का परिणाम है। स्थानीय प्रशासन अगर तत्पर रहता तो आज बच्चों के सिर से पिता का साया नहीं उठता। उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई के लिए सरकार तक बात पहुंचाई जाएगी। संसद में भी वह सवाल उठाएंगी।
माफिया-धंधेबाज बेलगाम: राजद
मुजफ्फरपुर जिला राजद का प्रतिनिधि मंडल सरैया के रूपौली पहुंचा। पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। मौके पर जिलाध्यक्ष रमेश गुप्ता ने कहा कि बिहार में शराबबंदी फेल है। जहरीली शराब धड़ल्ले से बिक रही है। पूर्व विधान पार्षद गणेश भारती ने कहा कि शराब धंधेबाज व माफिया बेलगाम हैं। महासचिव जयशंकर प्रसाद यादव ने कहा कि शराब बेचने वालों का मनोबल बढ़ा हुआ है। नेताओं ने मृतकों के आश्रितों को बीस-बीस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में शंकर यादव, रामबाबू साह, रणधीर गुप्ता व राजनाथ चंद्रवंशी भी थे।
एसयूसीआई का प्रतिवाद मार्च
सरैया में जहरीली शराब से मौत के विरोध में एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) ने प्रतिरोध मार्च निकाला। एसडीपीओ कार्यालय, सरैया थाना व मुख्य बाजार एनएच 722 होते हुए प्रतिरोध मार्च सरैया चौराहा पहुंचा। यहां नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रखंड सचिव योगेंद्र राम ने कहा कि जब बिहार में शराबबंदी है तो फिर हर गांव व चौक-चौराहों पर धड़ल्ले से शराब कैसे बिक रही है। किसके संरक्षण में शराब की बिक्री हो रही है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। मौके पर राजन कुमार, नन्हक साह, सुकिंद्र राम, कौशल भक्त, माधो भक्त, सुनील कुमार सिंह थे।
मौतों की उच्चस्तरीय जांच करे सरकार: पप्पू यादव
मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब से छह की मौत के बाद जनाधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सरैया थाना के रूपौली गांव पहुंचे। उन्होंने मृतकों की बेटियों के खातों में 25-25 हजार रुपये जमा कराने का आश्वासन दिया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने बिहार में शराबबंदी पर तंज सका। उन्होंने सरकार से उच्चस्तरीय जांच की मांग की। कहा कि माफिया पर और कठोरता से वार करना होगा। पीड़ित परिवारों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की।