✍️परवेज अख्तर/सिवान: सरकार द्वारा शराब निर्माताओं, बिक्रेताओं तथा शराबियों पर नकेल कसने के लिए आए दिन सख्ती का परिचय दी जाती है, लेकिन शराब निर्माण,बिक्री तथा पीने वालो की संख्या में कमी नहीं दिख रही है. भगवानपुर हाट के थाना मुख्यालय बाजार में शाम होते शराब की दुकान थैले में लिए लोग घुमघुम कर बेचते देखे जा रहे हैं. वहीं कुछ खास जगह वर्षो से शराब बिक्री का केंद्र माना जाता है. वहां आज भी शराब की बिक्री धडल्ले से की जा रही है. इस काम में नाबालिग बच्चों का उपयोग किया जाता है. लेकिन इस गोरख धंधा को बंद करने में पुलिस विफल साबित हो रही है. जैसे ही शाम होता है बाजार का कुछ स्थान है जहां शराब बेचने वाले थैले में शराब का पाउच अथवा बोतल लेकर ऐसे खड़े या घूमते नजर आते है. जैसे वह कुछ खरीदारी करने के लिए बाजार आए हैं.
जानकार सूत्रों की माने तो इस कारोबार का खबर पुलिस को भी है, लेकिन पुलिस इन पर हाथ डालने से पता नहीं क्यों कतराती है. जिला पुलिस प्रशासन द्वारा थाना में लगभग दर्जन भर अधिकारियों की तैनाती की गई है. लेकिन शराब बिक्री पर रोक लगता नहीं दिखता. ऐसा नहीं है कि पुलिस शराब एवं शराबियों को नहीं पकड़ती, लेकिन बड़े तस्करों तक नहीं पहुंच पाती.ज्ञात हो कि बीते दिसंबर माह में यही शराब जहरीली बन आधा दर्जन भर लोगों को मौत के हवाले कर दी . आज भी शराब पीकर मरने वालों के घरों सिसकियां सुनाई देती है.शराब का कारोबार करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. क्योंकि उन्हें मोटी रकम प्राप्त हो रही है.लोग इसे पैसा कमाने का अच्छा जरिया समझ रहे है.