परवेज अख्तर/सिवान : मैरवा के चर्चित राजेश हत्याकांड मामले में घटना के बीस दिन बाद रविवार को एक बार फिर पुलिस ने पूछताछ शुरू की। मृतक राजेश पटेल के पिता की माल गोदाम रोड में स्थित चाय की दुकान पर पुलिस थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में पहुंची। वहां मृतक राजेश पटेल के भाई कमलेश कुमार और संतोष पटेल पहले से ही मौजूद थे। पुलिस ने करीब आधे घंटे तक मृतक राजेश पटेल के बारे में जानकारी हासिल की। इस दौरान पुलिस ने कई तरह के सवाल किए। पुलिस ने पूछा कि क्या पहले से उस परिवार से किसी की दुश्मनी थी। परिवार को किसी और पर संदेह तो नहीं है। इस हत्याकांड में गिरफ्तार मृतक के मित्र राजकुमार और उसकी पत्नी से मृतक राजेश पटेल के संबंधों के बारे में भी कई तरह के सवाल की। घटना के दिन राजेश पटेल चाय दुकान में कब आया और कब गया, वह क्या कह कर गया जैसे कई सवालों का जवाब हासिल करने की कोशिश पुलिस ने मृतक के भाइयों से की।
इसके बाद पुलिस इस होटल के अगल-बगल की दुकानदारों से भी जानकारी जुटाने की कोशिश की। कुछ दूरी पर स्थित इस हत्या कांड में गिरफ्तार राजकुमार के मकान के अगल बगल की दुकानों और स्टेशन चौक के कई फल- विक्रेताओं से भी राजेश पटेल और राजकुमार से संबंधित जानकारी जुटाने की कोशिश की। दुकानदारों से पुलिस ने पूछा कि हत्या के दिन शाम को राजेश पटेल राजकुमार के घर के आस-पास दिखा था या नहीं। थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि यह राजेश पटेल हत्याकांड से जुड़ा पुलिस अनुसंधान का हिस्सा है। बता दें कि मोतीछापर के राजेश पटेल की हत्या 8 फरवरी की रात कर दी गई थी। उसके शव का एक टुकड़ा रेलवे कॉलोनी में प्लेटफार्म की बाउंड्री के बाहर मिला था। कुछ घंटे के बाद उसके सिर, हाथ, पैर और हत्या में प्रयुक्त चाकू स्टेशन चौक स्थित मृतक के मित्र राजकुमार के घर से पुलिस ने बरामद किया और राजकुमार तथा उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया था। गत दिनों एसपी ने थाना के निरीक्षण के दौरान राजेश पटेल हत्याकांड के अनुसंधान में तेजी लाने और जल्द से जल्द न्यायालय में चार्जशीट समर्पित करने का निर्देश थानाध्यक्ष को दिया था।