परवेज अख्तर/सिवान :
भाकपा माले ज़िला स्थायी समिति की बैठक को संबोंधित करने बाद पत्रकारों के साथ वार्ता में पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य सह ज़िला प्रभारी धीरेंद्र झा ने कहा कि सरकार सूबे में पुलिसिया राज बनाने के उद्धेश्य से नया पुलिस कानून लेकर आई है. जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
सरकार पुलिस बल को निरंकुश अधिकार देकर जनाक्रोश और जनांदोलन को दबाना चाहती है. बिहार के सभी विपक्षी दलों ने बिहार विशेष पुलिस बिल का पुरजोर विरोध करते है तथा सदन में लाये गये बिल को विरोध कर लाने नहीं दिया यही नहीं अगले दिन इस विधेयक को लाने पर प्रभावी विरोध किया जायेगा. खेती किसानी को अम्बानी-अडाणी के हाथों नीलाम करने के कानून के बाद अब सरकार रेल और बैंकों को कारपोरेट हाथों बेचने जा रही है. निजीकरण के खिलाफ रोजगार के लिए आहूत मज़दूर-किसानों के 26 मार्च के बन्द का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ निर्णायक संघर्ष छेड़ने का वक्त आ गया है.
उन्होंने कहा कि मंहगाई से जनता त्रस्त है,बेकारी से लोग परेशान हैं. संवाददाताओं को संबोंधित करते हुए भाकपा माले विधायक दल के उपनेता और क्षेत्रीय विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि वर्तमान सत्र में सभी प्रखंडों में डिग्री कालेज खोलने की नीति बनाने को लेकर सरकार पर हम लगातार दबाव बनाये हुये है. गुठनी, दरौली और आंदर में सरकार से लड़कर हम डिग्री कालेज स्थापित करवा कर ही दम लेंगें. उन्होंने कहा कि नौजवानों को रोजगार देने के साथ साथ हमने आशा, रसोइयों, आंगनबाड़ी, कार्यपालक सहायकों और शिक्षकों के मुद्दे पर सरकार को घेरा है. मौके पर जिला स्थायी समिति के सदस्यों के साथ गुठनी प्रखंड के भाकपा माले के पदाधिकारी मौजूद थे. ज़िला सचिव हंसनाथ राम ने कहा कि नया पुलिस बिल के विरोध में प्रत्येक प्रखंडों में बिल की प्रतिया जलायी जायेंगी तथा 26 मार्च के मज़दूर-किसानों के भारत बंद को सीवान ज़िला में मज़बूती से लागू किया जाएगा.