परवेज़ अख्तर/सीवान : शनिवार को बरामद महिला पुलिस की सड़ी हुई लाश का पोस्मार्टम करने से इंकार करने पर पुलिस के जवानों ने सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर आलोक कुमार को बंधक बनाकर राइफल के कुंदा, कुर्सी, लाठी तथा मुक्का से मारपीट कर लहू लुहान कर दिया। डॉक्टर को पुलिस के जवानों ने खूब बेरहमी से पीटा इसके बावजूद वहाँ मौजूद मुफ्फसिल थाना प्रभारी देखते रहे लेकिन पीट रहे डॉक्टर की जान तक नही बचाई। जब पुलिस वाले डॉक्टर की पिटाई कर रहे थे तो अस्पताल में मौजूद कई मरीज डर के मारे भाग खड़े हुए तथा अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मची रही। यह घटना शनिवार की रात लगभग 1:30 की है। बाद में चिकित्सक की कहारने की आवाज सुनकर अस्पताल के गार्ड ने बीच-बचाव कर मामला को शांत कराया और किसी तरह से घायल चिकित्सक डॉक्टर आलोक कुमार ने डियूटी रूम में भाग कर अपनी जान बचाई। उसके बाद पुलिसकर्मियों ने सिविल सर्जन को भी फोन करके खूब गाली गलौज किया।
पुलिसकर्मियों द्वारा एक घण्टे तक अस्पताल परिसर में खूब तांडव मचाया गया।पुलिसकर्मियों की हरकत को देख सदर अस्पताल के सभी कर्मियों ने भी अपनी-अपनी जान अँधेरी रात में भाग कर बचाई। जिससे अस्पताल में भर्ती मरीज हलकान में रहे और कई मरीज अस्पताल के बेड पर इलाज के आभाव में तड़पते रहे जिनको पूछने वाला कोई नही था। बतादें की डॉक्टर आलोक कुमार की पिटाई की घटना जैसे ही सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अहमद अली को लगी तो वे अपने क्वाटर से अँधेरी रात में ही सदर अस्पताल पहुँचे तथा पुलिस की पिटाई से घायल चिकित्सक डॉक्टर आलोक कुमार को अपने साथ अपने प्राइवेट क्वाटर पर ले गए तथा उनका प्राथमिक उपचार शुरू किया। डॉक्टर अहमद अली ने बताया की पुलिस की पिटाई से घायल डॉक्टर आलोक कुमार को अंदरुनी चोटें व चेहरें पर भी चोटें आई है। उधर डॉक्टर आलोक कुमार की पिटाई के बाद सदर अस्पताल के सभी कर्मी हड़ताल पर चले गए तथा काम काज को ठप कर दिया। उधर करीब 2 बजे रात में घटना की सुचना पाकर एसपी नवीन चन्द्र झा दल-बल के साथ सदर अस्पताल पहुँचे। पूरी रात अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। बतादे की शनिवार की दोपहर सीवान पुलिस लाइन में मुंगेर जिले की महिला सिपाही स्नेहा कुमारी की लाश को पुलिस ने फंदे से लटकता हुआ बरामद किया था जो लाश सड़ चुकी थी जिससे बहुत बदबू आ रही थी, बदबू ऐसी थी की लोग अपने-अपने मुंह पर रुमाल बांध कर लाश को देख रहे थे। मुजफ्फरपुर से बुलाई गई जाँच टीम के आने के बाद लाश को पोस्मार्टम के लिए करीब 9 बजे रात में सदर अस्पताल भेजा गया। उस समय डियूटी पर डॉक्टर आलोक कुमार तैनात थे। डॉक्टर आलोक कुमार का कहना था की लाश बिलकुल सड़ चुकी है जिसके चलते मौत के कारणों का सही पता लगाना यहां के लिए सम्भव नही होगा इसलिए मृत महिला सिपाही की लाश का पोस्मार्टम पटना पीएमसीएच में ही सम्भव है, वह बड़ा सेंटर है सीवान छोटा सेंटर है। बड़ा सेंटर में ज्यादा तकनीकी मशीन भी रहती है। डॉक्टर आलोक कुमार ने महिला सिपाही की सड़ी हुई लाश का पोस्मार्टम न कर लाश को पटना रेफर कर दिया और लाश का सीवान में पोस्मार्टम करने से इंकार कर दिया। इसी को लेकर पुलिसकर्मी आग बबुला हो गए और डॉक्टर आलोक कुमार की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस द्वारा डॉक्टर के पिटाई के बाद सीवान में मामला तूल पकड़ते जा रहा है। कई लोगो ने इस घटना की कड़ी शब्दों में निंदा भी की है।