परवेज अख्तर/सीवान : जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव से 19 अक्टूबर को अपहृत युवती को शनिवार को स्थानीय पुलिस ने एकमा थाना क्षेत्र के परसागढ़ से बरामद कर लिया। इसके बाद पुलिस ने युवती को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल में लाया। जहां उसके साथ पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा की सूचना मिलते ही अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ गई।
इसकी सूचना मिलते ही परिसर में पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों ने मामले को शांत कराया। बता दें कि भगवानपुर थानाक्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने 19 अक्टूबर को अपनी 17 वर्षीय पोती के अपहरण का मामला दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने सीतामढ़ी के मेजरगंज निवासी रविशंकर रस्तोगी के नंदन कुमार रस्तोगी व उसके मामा विनोद प्रसाद रस्तोगी, राजू प्रसाद रस्तोगी, पप्पू प्रसाद रस्तोगी व मेमेरे भाई अमर रस्तोगी व कृष्णा रस्तोगी के संलिप्त होने की बात कही थी। अपहृत युवती के पिता ने घटना के संबंध में बताया कि नवरात्र के सप्तमी यानी 16 अक्टूबर की शाम मुख्य आरोपित नंदन रस्तोगी अपने मामा के घर आया हुआ था। 17 अक्टूबर की सुबह 6 बजे उसकी पुत्री कोचिंग करने गई थी।
दो घंटे बाद जब वह घर नहीं लौटी तो परिवार वाले परेशान होकर काफी खोजबीन करने लगे। कहीं सुराग नहीं मिलने के बाद थक हारकर जब वे रिश्तेदारी में इसकी जानकारी दी तो पता चला कि वह नंदन के साथ सुबह बाइक से जाती हुई दिखी गई थी। धीरे धीरे यह बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। परिजनों को पता चला तो आरोपित के बहनोई के घर परसागढ़ भी गए, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। इस मामले में अपहृत युवती के पिता ने एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई। शनिवार को पुलिस ने युवती को बरामद कर लिया। मामले में थानाध्यक्ष राकेश मोहन ने बताया कि युवती को बरामद कर उसका मेडिकल जांच कराया गया है। सोमवार को न्यायालय में युवती का 164 का बयान दर्ज कराया जाएगा। मामले में मुख्य आरोपित की तलाश जारी है।