✍️परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ:
शहर के गोपाल कृष्ण गौशाला में मंगलवार को गोपाष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। पर्व को लेकर गौशाला की सभी गायों एवं बछड़ों को स्नान कराकर उनकी रस्सी बदली गई। पूजा अर्चना के बाद सभी गाय व बछड़ों को गुड़ खिलाया गया। गाय व गोविंद की पूजा अर्चना कर प्रसाद का वितरण किया गया। पूजन के बाद गाय हमारे जीवन में कितनी उपयोगी विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई। सदर अनुमंडल पदाधिकारी सह श्री गोपाल कृष्ण गौशाला के अध्यक्ष रामबाबू बैठा ने बताया कि गोपाष्टमी ब्रज में संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है। कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से सप्तमी तक गो-गोप, गोपियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को धारण किया था। आठवें दिन इंद्र अहंकार रहित होकर भगवान की शरण में आए। कामधेनु ने कृष्ण का अभिषेक किया और इसी दिन से इसका नाम गोविंद पड़ा।
इसी दिन से गोपाष्टमी पर्व मनाया जाने लगा। सचिव श्याम सुंदर नांगलिया ने वर्तमान समय में हो रही कठिनाइयों को अध्यक्ष के समक्ष रखा। वहीं उन्होंने सभी कठिनाइयों को दूर करने का भरोसा दिलाया। संचालक के रूप में पूर्व नगर पार्षद देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि गाय के बिना इस धरती और मानवता की कल्पना नहीं की जा सकती है। गाय का पूजन ही प्राकृतिक पूजन हैं। मौके पर दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के प्रोफेसर डा. राजा प्रसाद, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार, सुधीर जायसवाल, भारत स्काउट गाइड के जिला आयुक्त अभिषेक कुमार सिंह, अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश, कौशलेंद्र प्रताप, प्रो. रविंद्र पाठक, सोनी देवी, शैलेंद्र कुमार वर्मा, अवधेश सिंह, सुरेंद्र गुप्ता, शंकर प्रसाद, आशीष अग्रवाल, मनीष झुनझुनवाला, रविशंकर कुमार, कमलेश सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।