- नवजात शिशुओं व महिलाओं के लिए होगी विशेष स्वास्थ्य व्यवस्था
- आंगनबाड़ी सेविका करेंगी जागरूक
- अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाओं एव ओआरएस पैकेट रखने का निर्देश
छपरा: जिले में गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। गर्मी के मौसम भीषण गर्मी के साथ लू भी चलती है। जिस कारण जन जीवन प्रभावित होता है एवं आमजनता को स्वास्थ्य एवं पेयजल संबंधी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में भीषण गर्मी एवं लू से बचाने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। इसको लेकर आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि गर्मी के मौसम छोटे बच्चे, गर्भवती एंव धात्री महिलाओं एवं काम के लिए घर से बाहर निकलने के मजबूर दिहाड़ी मजदूरों को काफी समस्याएं होती है। साथ ही पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में आवश्यक है कि विभिन्न विभागों के द्वारा आमजनों को भीषण गर्मी एंव लू से बचाव के लिए कारगार उपाय बताये जायें।
स्वास्थ्य संस्थानो पर सभी आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश
आपादा प्रबंधन विभाग एंव स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने निर्देश दिया है कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, रेफरल अस्पतालों, सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में लू से प्रभावितों का इलाज के लिए विशेष व्यवस्था कर ली जाये। साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईभी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
आईसोलेशन वार्ड की होगी व्यवस्था
अत्यधिक गर्मी से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज के लिए आवश्यकता अनुसार अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. लू से पीड़ित बच्चों, बुजुर्गों एवं गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है। आवश्यकता अनुसार प्रभावित जगहों पर चलंत चिकित्सा दल की भी व्यवस्था की जायेगी।
आंगनबाड़ी केंद्रो पर भी विशेष व्यवस्था करने का निर्देश
सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था की जायेगी। वहां पर गर्म हवाओं एवं लू से बचाव से संबंधित आईइसी पोस्टर प्रदर्शित किये जाएंगे. नवजात शिशु, बच्चों, धातृ एवं गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की जायेगी। इसके अलावा विभिन्न विभागों के माध्यम से पंचायत एंव प्रखंडस्तर पर जागरूकता के लिए बैनर-पोस्टर प्रदर्शित किये जायेंगे।