परवेज अख्तर/सिवान: रघुनाथपुर परिस्थितियां विपरीत हो तो लक्ष्य प्राप्ति का आनंद कई गुना बढ़ जाता है। इतिहास बनाने वाले हमेशा संघर्ष करते रहे, संघर्ष की अग्नि में तपकर निखरते रहे, अंत में अपने लक्ष्य को हासिल किए। गांव की बालिकाएं ये ना सोचें कि शहर की सुविधाओं से वंचित होना उनके लिए अभिशाप है। संसाधनों का सीमित होना हमेशा वरदान होता है। क्योंकि हमें संघर्ष का अवसर मिलता है। उक्त बातें राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश ने रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार गांव में स्थित कस्तूरबा बालिका इंटर कालेज परिसर में आयोजित सुता-संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान ज्ञान का युग है।
बालिकाएं ज्ञान हासिल करें, लक्ष्य निर्धारित करें और अपनी संपूर्ण ऊर्जा लक्ष्य को प्राप्त करने में लगा दें। तकनीकी ने गांव और शहर की दूरियां मिटा दी हैं। गांव में ही नैतिक मूल्यों का सृजन और विस्तार होता है। बेटियां इसकी वाहक होती हैं। इस अवसर पर उन्होंने कस्तूरबा बालिका इंटर कालेज, मैरिकाम ऐकेडमी और मध्य विद्यालय पंजवार की छात्राओं और छात्रों को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित भी किया। सम्मानित होने वालों में रूबी कुमारी, नेहा कुमारी, सलोनी कुमारी, संजना सिंह, किरण कुमारी दुबे, आनंद कुमार दुबे और शाश्वत सत्यम आदि शामिल थे। इन विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षा, निबंध लेखन, खेल और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में जिले से लेकर प्रांत स्तर तक की उपलब्धियां प्राप्त की थीं। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य और शिक्षाविद वीरेंद्र नारायण यादव भी उपस्थित थे।