परवेज अख्तर/सिवान: रघुनाथपुर देश-विदेश तक अपनी पहचान बनाने वाले भोजपुरी प्रतिभा, प्रसिद्ध लेखक, कवि, गीतकार और आलोचक प्रखंड के कौसड़ निवासी मनोज भावुक को भोजपुरी सिनेमा और साहित्य के इतिहास में अमिट योगदान के लिए मंगलवार को लखनऊ स्थित रमाडा होटल में आयोजित समारोह के दौरान फेमिना की एडिटर-इन-चीफ अंबिका मुट्टू और साउथ इंडस्ट्री के डायरेक्टर विक्रम वासुदेव नारला की मौजूदगी में “फिल्म फेयर और फेमिना भोजपुरी आइकान-रील सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मानित हाेने की खबर मिलते ही स्थानीय लाेगों, स्वजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। मनोज भावुक के सम्मानित होने पर पिता रामदेव सिंह और मां सुनैना देवी समेत अन्य स्वजनों में भी खुशी का माहौल है।
दर्जनों उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं भावुक :
मिली जानकारी के अनुसार भावुक ने इंग्लैंड में अपनी आकर्षक इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ दी और अपना पूरा जीवन भोजपुरी भाषा, साहित्य और सिनेमा के विकास के लिए समर्पित कर दिया। उनके अमूल्य योगदान को स्वीकार करते हुए समय-समय पर कई पुरस्कारों और प्रशंसाओं से सम्मानित किया गया, इसमें उनके गजल संग्रह तस्वीर जिंदगी के” प्रताप नारायण मिश्र सम्मान, भिखारी ठाकुर सम्मान, राही मासूम रजा सम्मान, अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी गौरव सम्मान, काठमांडू, नेपाल में परिकल्पना लोक भूषण सम्मान आदि से सम्मानित किए जा चुके हैं। इसके अलावा भोजपुरी सिनेमा के इतिहास में उनकी पुस्तक भोजपुरी सिनेमा के संसार, भोजपुरी फिल्म सौगंध गंगा मैया की और रखवाला में अपना अभिनय प्रतिभा का भरपूर परिचय दिया। वे दुनिया के दिग्गजों को समर्पित अचीवर्स जंक्शन के निदेशक हैं। मनोज भावुक विश्व भोजपुरी सम्मेलन की दिल्ली और इंग्लैंड इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं।