परवेज अख्तर/सिवान: जिले में मंगलवार की देर शाम मानसून पूर्व अचानक से आयी तेज आंधी और पानी से जान-माल की कोई नुकसान तो नहीं है, लेकिन आम, लीची, जामुन और केला को इससे कुछ क्षति जरूर हुई है। किसान आंधी के साथ हुई बारिश को सब्जियों समेत तमाम फसलों के लिए फायदेमंद बता रहे हैं। किसानों का कहना है कि जिले में इस साल आम की पैदावार ही काफी कम हुआ है। कुछ इसी तरह की स्थिति लीची व जामुन की भी है। आंधी से बागों में लगे केला के कई पौधे गिरे पड़े दिख रहे हैं। हालांकि, आंधी के साथ हुई बारिश से इन्हें फायदा भी पहुंचा है। तपती गर्मी के बीच जमकर हुई बारिश ने इनकी बहुत हद तक प्यास बुझाने का काम किया है।
इस सीजन की जिले में यह तीसरी बारिश थी। कुछ प्रखंडों को छोड़ दिया जाए तो जिले के करीब हर हिस्से में अच्छी-खासी बारिश हुई है। इससे खेतों में जुताई लायक नमी आ गयी है। किसान अगले 3-4 दिनों तक अपने खेतों की जुताई कर सकेंगे। बुधवार की सुबह से ही किसान खेतों की ओर जाते दिखाई दिए। किसानों ने कहा कि अगले दिन से धान व मक्के की बुआई वाले खेत की जुताई शुरू कर दी जाएगी। कई जगहों पर खेत की जुताई भी शुरू कर दी गयी है। पिछले दिनों हुई बारिश में बिचड़ा के लिए खेत तैयार किया गया है। उसकी दोबारा से जुताई करा दी जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में रातभर गुल रही बिजली की सप्लाई
मंगलवार की शाम करीब साढ़े 7 बजे अचानक से आई आंधी-पानी से ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार की सुबह तक बिजली की सप्लाई ठप रही। इससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि, बारिश थमने के बाद मौसम सुहाना हो जाने से लोग रात में चैन की नींद सो सके। करीब 12 घंटे के बाद सुबह में ही बिजली की सप्लाई बहाल हो सकी। लेकिन, बुधवार को दिन में सप्लाई नियमित रूप से नहीं दी गयी। इस वजह से पूरे दिन परेशानियों का सामना करना पड़ा। पावरग्रिड और सबस्टेशन के कर्मियों ने बताया कि आंधी-पानी की वजह से कई जगहों पर फाल्ट आ गया था। जिसे रात में ही ठीक कर पाना हमारे लिए संभव नहीं था।