परवेज अख्तर/सिवान: आसमान में वर्षों बाद एक साथ दो इंद्रधनुष दिखायी देने पर बच्चों में इसे जानने को लेकर उत्सुकता बढ़ गयी तो बड़ों के बीच पानी टलने की संभावना को लेकर चर्चाएं होने लगी। पिछले 10 दिनों से जिले में बारिश नहीं हो रही है। इस बीच मंगलवार को बह रही तेज पुरवईया हवा ने किसानों को चिंता में डाल दी है।
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हालांकि, जानकारों का कहना है कि अक्सर बरसात के दिनों में आसमान में इंद्रधनुष बन आते हैं। ये सप्तरंगी ही होते हैं। इंद्रधनुष असल में प्रकृति का प्रिज्म है। बारिश या भाप के धूप के संपर्क में आने पर पानी की छोटी-छोटी बूंदे पारदर्शी प्रिज्म का काम करती है। सूर्य का प्रकाश उनसे गुजरता है तो सात अलग-अलग रंगों में बंटकर दिखायी देता है।