- गेहूं और अन्य रबी की फसल में यूरिया खाद का जल्द से जल्द इस्तेमाल करना चाह रहे किसान
- रविवार को प्रखंड के करीब सभी दुकानों पर पहुंच गई यूरिया
- धूप खिलने लगी तो बढ़ गयी है प्रखंड में यूरिया खाद की मांग
- 02 सौ 66 रुपए 50 पैसे है प्रति बोरी यूरिया खाद की कीमत
- 10 से 12 दिनों से रघुनाथपुर बाजार में उपलब्ध नहीं थी यूरिया
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के बाजारों में यूरिया की किल्लत के कारण पिछले 10-12 दिनों से परेशान किसानों ने रविवार को राहत की सांस ली। प्रखंड के बाजारों में करीब सभी दुकानों पर यूरिया पहुंचने की खबर मिलते ही किसान दुकानों पर पहुंचने लगे। हालांकि, दुकानदारों ने सोमवार की सुबह से किसानों को खाद उपलब्ध कराने की बात कह उन्हें लौटा दिया। दुकानदारों का कहना था कि पॉश मशीन में अंगूठा लगाने के बाद किसानों को यूरिया उपलब्ध करायी जाती है। उनके मशीन पर देर शाम तक सभी प्रकार के विवरण दिखेगा। इसी कारण से किसानों को सुबह में बुलाया गया है। बहरहाल, बोरी वाली यूरिया नहीं मिलने से निराश चल रहे किसानों के चेहरे पर रविवार को खुशी स्पष्ट झलक रही थी।
शीतलहर खत्म होने और धूप खिलने का सिलसिला शुरू होने पर किसान अपने गेहूं और अन्य रबी की फसल में यूरिया खाद का जल्द से जल्द इस्तेमाल करना चाह रहे हैं। चुकी पिछले तीन दिनों तक तेज गति से बह चुकी पछुआ हवा ने किसानों का धड़कन बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि समय रहते यूरिया खाद का इस्तेमाल नहीं किया गया तो खेत की नमी खत्म हो जाएगी। परशुरामपुर के किसान महेश भगत ने बताया कि वे पिछले एक सप्ताह से यूरिया खाद के आने का इंतजार करते-करते शनिवार को इसे यूपी से मंगवाकर अपने खेत में प्रयोग किया।