परवेज अख्तर/सिवान: नियोजित शिक्षकों के 15 प्रतिशत पे फिक्सेशन को लेकर डीपीओ स्थापना (शिक्षा) द्वारा जारी एक आदेश पर जिले में बवाल मच गया है। शिक्षक उनके आदेश से काफी खफा हैं। डीपीओ स्थापना राजेन्द्र सिंह ने जिले के सभी बीईओ से नियोजित शिक्षकों की मूल सेवापुस्तिका को अद्यतन करते हुए उनके समस्त शैक्षणिक/प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्र की अभिप्रमाणित छायाप्रति और पूर्व के वेतन निर्धारण की प्रति की मांग की है। डीपीओ के इस आदेश पर शिक्षकों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। शिक्षकों का कहना है कि बार-बार उनसे शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्र की मांग क्यों की जा रही है। जबकि, उनके द्वारा विभाग के सभी कार्यालयों को पहले ही सभी प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जा चुके हैं।
डीपीओ स्थापना के आदेश के खिलाफ शुक्रवार को रघुनाथपुर प्रखंड के शिक्षकों ने बीआरसी के समक्ष विरोध जताकर प्रदर्शन किया। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय महासचिव विनय कुमार तिवारी, प्राथिमक शिक्षक संघ के प्रखंड सचिव संजीव कुमार पांडेय, प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार बैठा, शिक्षक नेता अली अब्बास और पशुपतिनाथ पांडेय ने कहा कि डीपीओ स्थापना द्वारा जारी किया गया पत्र तुगलगी फरमान के समान है। शिक्षकों ने डीपीओ से सवाल किया कि क्या उन्हें अब तक शिक्षकों का प्रमाण-पत्र उपलब्ध नहीं हुआ है। शिक्षकों ने कहा कि हाल ही में वे लोग विभागीय पोर्टल पर अपना प्रमाण-पत्र अपलोड कराए हुए हैं। बावजूद इस तरह का पत्र जारी करना कहीं न कहीं उनके वेतन निर्धारण कार्य को बाधित करने की मंशा झलक रही है।