देश की एकता और अखंडता में आदिवासियों की भूमिका है अहम
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के राजपुर मोड़ पर सोमवार को अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ के बैनर तले विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की महेश गोंड और मंच का संचालन भरत गोंड ने किया. वक्ताओं ने आदिवासियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा करते हुए अपने अधिकारों की बात पूरे जोर-शोक के साथ उठाई. बिहार आदिवासी विकास परिषद, सीवान के जिला उपाध्यक्ष मंगल कुमार साह ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाना हमारे लिए गौरव की बात है.प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को विश्व के आदिवासी लोग मिलकर इस दिवस को मनाते हैं.कहा कि आबादी के हिसाब से हमें अधिकार नहीं दिया गया है.जबकि देश की एकता और अखंडता में हमारी भूमिका काफी अहम रही है.अशोक गोंड ने कहा कि आदिवासी समाज पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया है.
राम नगीना गोंड ने आदिवासियों के संघर्ष और बलिदान को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में प्रमुखता से जगह मिलनी चाहिए.बदरी प्रसाद गोंड ने आदिवासी समाज के उत्थान पर जोर दिया.रामबड़ाई गोंड ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने आदिवासियों के हुनर को पहचाना है.दरोगा साह ने कहा कि यह दिन विश्व के आदिवासियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. कार्यक्रम के अंत में विश्व आदिवासी दिवस को प्रत्येक साल काफी धूम-धाम से मनाए जाने का संकल्प लिया गया.साथ ही यह संदेश दिया गया कि आदिवासी समाज के लोगों को 9 अगस्त को सामुदायिक उत्सव के रूप में मनाना चाहिए.जिला स्तर के इस कार्यक्रम में दूर-दूर से लोग पहुंचे हुए थे.इस मौके पर कन्हैया गोंड, सोनू गोंड, पंचम गोंड, श्रवण कुमार, मुन्ना कुमार, वीरबल कुमार, धनंजय कुमार व सुनील कुमार थे.