- सिवान के जाली नोट कारोबारियों का उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था नेटवर्क
- तीनों से पुलिसिया पूछताछ जारी
परवेज अख्तर /एडिटर इन चीफ :
इन दिनों सिवान में जाली नोटों का कारोबार धड़ल्ले जारी है। जिसके चलते आम से लेकर खास तक के लोगों को यह पहचानना मुश्किल हो गया है कि कौन सा असली नोट है या कौन सा नकली ! इस दरमियान पुलिस भी उन कारोबारियों के गिरेबान तक पहुंचने में नाकाम साबित हो रही है। लेकिन गुरुवार को इसी मामले में पुलिस ने महाराजगंज अनुमंडल थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों से अर्ध निर्मित जाली नोट के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों लोगों से पुलिस गहराई पूर्वक पूछताछ कर रही है। यहां बताते चलें कि गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव से पुलिस ने तीन लोगों को लाखों रुपए जाली नोट के साथ गिरफ्तार कर कड़ाई पूर्वक पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बनारस में जाली नोट के साथ कुछ लोगों को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार की थी। वहीं यूपी पुलिस द्वारा काफी पूछताछ के बाद गिरफ्तार लोगों के निशानदेही पर सिवान जिले के गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव में छापेमारी की गई जहां तकरीबन दो लाख अर्ध निर्मित नोट, कंप्यूटर, प्रिंटर और नोट के प्रयोग में लाए जाने वाले भारत प्रिंटेड तार बरामद किए गए हैं। इस छापेमारी टीम में गोरेयाकोठी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार, बड़हरिया थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर, बसंतपुर थानाध्यक्ष राकेश कुमार, समेत जिले के तेजतर्रार पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। उधर विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अर्ध निर्मित बरामद जाली नोट मामले में सिवान पुलिस के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की पुलिस टीम गोपालगंज जिले के मांझा थाना इलाकों में भी छापेमारी कर रही है।
इस संदर्भ में सिवान पुलिस अधीक्षक अभिनव कुमार के मोबाइल फोन पर पुष्टि के लिए कॉल करने पर उनका मोबाइल रिसीव नहीं हो पाया है। खबर प्रेषण तक सिवान पुलिस के सहयोग से उत्तर प्रदेश पुलिस को एक बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद नजर आ रही है।गिरफ्तार लोगों में गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के पिपरा गांव से बिगन महतो का पुत्र रंजीत महतो गोरेयाकोठी बाजार निवासी बंटी साह और शादीपुर से एक युवक को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है। बताते चलें कि पुलिस ने पिपरा गांव के रंजीत महतो के घर छापेमारी किया। जहां तकरीबन दो लाख अर्ध निर्मित नोट, कंप्यूटर और नोट में प्रयोग किए जाने वाले भारत प्रिंटेड तार बरामद किए गए हैं।