परवेज़ अख्तर/सिवान:
जिले के गुठनी प्रखंड में कई जगहों पर शुक्रवार की दोपहर जिला स्वास्थ्य की टीम ने लैब संचालकों व झोलाछाप डॉक्टरों के यहां छापेमारी की। इस अभियान से प्रखंड में संचालित लैब संचालकों व झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। इस दौरान जिला से पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लैब संचालकों के यहां उनका लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, रखरखाव, अल्ट्रासाउंड मशीन की जांच, स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने और उनके यहां मिली शिकायतों के आलोक में गहनता से जांच की।
मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रखंड के पांच झोलाछाप डॉक्टरों के यहां छापेमारी की। जिनके यहां दवाइयां, ड्रिप की बोतलें, चारपाई, लेटर पैड, बीपी मशीन व महत्वपूर्ण कागजात भी उनके अस्पताल से बरामद हुए। इस छापेमारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अल्ट्रासाउंड केंद्र पर छापेमारी करते हुए मशीन सहित टेक्नीशियन को भी पकड़ लिया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस पर भी कुछ कहने से मना कर दिया। वहीं दूसरी तरफ सिविल सर्जन ने पीएचसी में पहुंचकर स्वास्थ्य कर्मियों व डॉक्टरों से बातचीत की।
इस दौरान सिविल सर्जन ने दवा वितरण काउंटर, प्रसव केंद्र, ऑपरेशन रूम, ओपीडी, दवा भंडारण कक्ष, अस्पताल परिसर की साफ-सफाई, डॉक्टर रजिस्टर, ओपीडी रजिस्टर सहित कई मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की। इस दौरान पीएचसी प्रभारी डॉ. शब्बीर अख्तर ने अस्पताल में मौजूद कर्मियों को भी सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश शर्मा के समक्ष प्रस्तुत किया। मौके पर जिला स्वास्थ्य टीम में रंजीत कुमार, विनय सिंह, विनोद तिवारी, मैनेजर जितेंद्र सिंह, डॉ. शब्बीर अख्तर व डॉ. देवेंद्र रजक थे।
क्या कहते हैं सीएस
सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश शर्मा का कहना है कि जांच के दौरान जिन लोगों के यहां टीम ने जांच की है। उनके खिलाफ नोटिस भेजा जाएगा।