छपरा: जिले के भेल्दी में अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसाई की निर्ममता पूर्वक चेहरे पर लगातार वार चाकू मारकर हत्या कर दी।मृतक की पहचान जाफरपुर गवन्द्री निवासी रामकृपाल साह के 45 वर्षीय पुत्र अरुण कुमार साह के रूप में हुई। हत्या के मामले में पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है।शव पोस्टमार्टम होकर जैसे ही गांव पहुंची आक्रोशित ग्रामीणों ने छपरा मुजफ्फरपुर एनएच 722 को 2 घंटे के लिए जाम कर दिया।
घटना भेल्दी थाना क्षेत्र के योगनी परसा में घटित हुई है। जहाँ कटसा बाजार पर अविनाश ज्वेलर्स के मालिक अरुण साह की हत्या धारदार हथियार से चेहरे पर अनगिनत वार करके जघन्य तरीके से की गई है। परिजनों की माने तो मृतक अरुण की दोस्ती गोरखपुर निवासी और वर्तमान में सोनपुर रेलवे डिवीजन में लोको पायलट आशीष श्रीवास्तव से थी और घटना के पूर्व दोनों एक साथ बाइक पर सवार होकर कहीं गए थे। मृतक के परिजनों ने बताया कल देर रात उन्हें फोन पर जानकारी मिली कि उनके बहनोई का किसी से झगड़ा हो रहा है। यह सूचना भी आशीष के द्वारा ही देने की बात सामने आई है । हालांकि देर रात हुई इस हत्याकांड में परिजनों के बयान के आधार पर आशीष को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ हो रही है। वही पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया सदर अस्पताल से पोस्टमार्टम होकर जैसे ही गांव पहुंचा ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और शव को छपरा मुजफ्फरपुर एनएच 722 पर भेल्दी थाना क्षेत्र के कार्ड से बाजार पर रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।ग्रामीण अपराधियों की गिरफ्तारी एवं मृतक के परिजनों को सरकारी सहायता दिलाने की मांग कर रहे थे।
जाम की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष अरुण कुमार दलबल के सहित पहुच एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया और जाम हटवाए।जिसके बाद पुनः आवागमन शुरू हुआ।
हत्या का कारण पता नहीं लगा
मृतक जाफरपुर गवन्द्री निवासी अरुण कुमार साह काफी मिलनसार था उसे किसी से झगड़ा झंझट या कहासुनी नहीं थी फिर भी हत्या किस लिए हुआ, इसको लेकर संशय बना हुआ है? परिजनों की मानें तो किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। वही पुलिस के कॉल डिटेल के आधार पर हत्या के कारण खंगालने में जुटी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि एक युवक को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ की जा रही है।
…..और दोस्त ने ले ली जान
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी सोनपुर रेलवे डिवीजन के लोको पायलट आशीष श्रीवास्तव जिनका बगल के गांव में शोभेपुर में ससुराल था। 7 माह पहले अरुण संपर्क में आया और मित्रता गहरी होती चली गई। हमेशा दोनों साथ रहते थे हत्या के वक्त आशीष श्रीवास्तव साथ ही घर से गया था, परंतु मौत की सूचना मिलने पर वह उसके साथ नहीं था।पुलिस हर पहलू पर छानबीन कर रही है।