- दक्षिणांचल गिरोह के बड़े भाई अयूब खान एवं छोटे भाई रईस खान के हीं द्वारा होती थी संचालित
- हमेशा सुर्खियों में रही है खान ब्रदर्स की लंबी चौड़ी अपराधिक पृष्ठभूमि
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
अपराध जगत से तौबा करने के बाद समाजसेवी बनकर उभरे सिवान एमएलसी पद के पूर्व प्रत्याशी रईस खान की मुश्किलें दिन पे दिन बढ़ती जा रही है। या इसे यूं कहा जा सकता है की उनकी बदनसीबी कहें या उनकी बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाए राजनीतिक द्वेष ! वैसे सिवान एमएलसी पद के पूर्व प्रत्याशी रईस खान का, जो आज से कई वर्ष पूर्व दक्षिणांचल के आतंक का पर्याय के रूप एक अलग पहचान बिहार नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी थी। दक्षिणांचल गिरोह का संचालन बड़े भाई अयूब खान एवं छोटे भाई रईस खान के द्वारा हीं संचालित होती थी। खान ब्रदर्स की इतनी लंबी चौड़ी अपराधिक पृष्ठभूमि रही है कि जो सिवान जिला नहीं बल्कि बिहार के अन्य जिलों के कई थाने में ताउम्र के लिए शातिर अपराधियों की सूची में अंकित हो गई। यहां बताते चले खान ब्रदर्स के विरुद्ध कई संगीन मामले न्यायालय में लंबित है तथा कई मामले का डिस्पोजल भी हो चुका है। न्यायालय में लंबित पड़े मामलों के डिस्पोजल अधिक हो जाने के कारण खान ब्रदर्स के दोनों भाई, जो 2 वर्ष पूर्व सामाजिक प्राणी होने के नाते समाज से धीरे-धीरे नाता जोड़ने लगे।
और अचानक लोगों का रुझान भी खान ब्रदर्स की तरफ तेजी से बढ़ने लगा। इसी बीच रईस खान सिवान से एमएलसी पद के प्रत्याशी बने,लेकिन वे चुनाव में कामयाब नहीं होते हुए भी एक चर्चा का विषय बना डाला जो जगजाहिर है।MLC चुनाव समाप्ति के बाद अपने घर लौट रहे रईस के काफिले पर अत्याधुनिक हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर उन्हें मौत के घाट उतारने का प्रयास किया गया।लेकिन संजोग कहिए कि वे बाल-बाल बच गए।और इनके कई समर्थक सदीद तौर पर जख्मी हो गए तथा एक व्यक्ति की मौत भी हो गई।उक्त घटित घटना को लेकर हुसैनगंज थाने में रईस खान के लिखित तहरीर पर सिवान के पूर्व दिवंगत सांसद डॉ.मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब सहित कई नामी-गिरामी लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई।पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए दर्ज कांड के कई आरोपी को तकनीकी सेल एवं अपने तरकीब के अनुसार गिरफ्तार कर जेल की हवा भी खिला चुकी है।
और यह मामला अभी तक अनुसंधान अंतर्गत है।की इसी बीच सिसवन थाने में पदस्थापित एक डीएपी जवान बाल्मीकि यादव को रात्रि गश्ती के दौरान शातिर अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर डाली।इस मामले में एमएलसी पद के प्रत्याशी रईस खान समेत अन्य लोगों को नामजद आरोपित किया गया।इस मामले के कई नामजद आरोपी जेल के सलाखों में बंद हैं।लेकिन यह मामला अभी तक पुलिस के फाइलों में हीं सिमटता दिख रहा है।पुलिस जगत के आला अधिकारी का कहना है कि दर्ज कांड के अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और उन्हें जल्द हीं गिरफ्तार कर लिया जाएगा।अभी सिपाही हत्याकांड की गुत्थी पुलिस सुलझा न सकी कि इसी बीच सिसवन थाना इलाके में हीं बृहस्पतिवार की अल सुबह नमाज पढ़ने जाने के दौरान एक व्यक्ति के शरीर पर दनादन कई गोलियां दाग दी गई जो अभी इलाजरत है।
इस मामले में भी सिपाही हत्याकांड में फरार चल रहे रईस खान समेत अन्य लोगों को आरोपित किया गया है।पीड़ित के फर्द बयान के आधार पर पुलिस मामला दर्ज कर गहराई पूर्वक अनुसंधान प्रारंभ कर दी है।लेकिन इस मामले में अभी तक पुलिस के आला अधिकारी द्वारा पूछे जाने पर कोई सटीक जवाब नहीं दिया गया है कि जिससे स्पष्टता जाहिर हो सके कि आखिर इस घटना को कारीत करने वाले कौन से गिरोह का हाथ है।हालांकि इस घटना को लेकर इलाके में कई तरह के अटकलों का बाजार गर्म है।लोग जितनी मुंह उतनी बातें करने से परहेज नहीं कर रहे हैं।