परवेज़ अख्तर/सिवान:- बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन भू लगान पोर्टल पर भूमि का विवरण सही ढंग से अंकित नहीं होने से रैयत परेशान हैं। उन्हें ऑनलाइन लगान जमा करने में कठिनाई हो रही है। स्थिति यह है कि अधिकांश रैयतों का ऑनलाइन भू लगान का भुगतान संभव नहीं हो पा रहा है। भू लगान पोर्टल पर जिला अंचल हल्का मौजा भर कर जमाबंदी खोलने पर रैयत की भूमि से संबंधित बकाया लगान नहीं दिखता है जिससे ऑनलाइन भुगतान नहीं हो रहा है। बता दें कि प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया के आह्वान को बढ़ावा देने तथा रैयतों के हितों व सुविधा को ध्यान में रखकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अपने वेबसाइट पर विभिन्न कार्यों के निष्पादन की ऑनलाइन सुविधा की व्यवस्था की है। इस वेबसाइट की पोर्टल पर रजिस्टर-2 में रैयत का ब्योरा देखने, बकाया लगान जमा करने, पिछला लगान की जानकारी प्राप्त करने, ऑनलाइन लगान भुगतान करने समेत विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध है।
इस व्यवस्था का उद्देश्य है कि रैयत को भूमि संबंधी जानकारी और कागजी कार्य को लेकर कार्यालय का चक्कर नहीं काटने पड़े। उनके समय की बचत हो, शुद्धता और पारदर्शिता के साथ कार्य हो, लेकिन स्थिति यह है कि अधिकांश रैयतों की भूमि का विवरण उसमें अपूर्ण है। कई रैयतों का नाम अथवा उनके पिता का नाम भी गलत अंकित दिख रहा है। इतना ही नहीं भूमि का अंकित रकबा में भी गड़बड़ी सामने आई है। देखा जाए तो अधिकांश रैयतों की भूमि का पिछला जमा लगान अंकित नहीं है। इससे आगे के लगान का भुगतान ऑनलाइन जमा नहीं हो पा रहा है। इससे दाखिल खारिज में भी परेशानी हो रही है। साथ ही लगान जमा करने के लिए राजस्व कर्मी के पास जाना व्यवस्था बनी हुई है। रैयत को कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है।