रमेश द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में अशोक का भाई और विपक्षी विजय भी शामिल
✍️परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ:
अपराधियों की गोली से घायल पटना के पारस अस्पताल में इलाजरत गुठनी थाना क्षेत्र के खड़खड़िया गांव निवासी जगरनाथ तिवारी के पुत्र सह अशोक दुबे हत्याकांड में जेल में बंद बैज बाबा के भाई की मौत रविवार रात पारस अस्पताल में हीं हो गयी.मौत की सूचना पर मैरवा थानाध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने पुअनि उज्ज्वल कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को पोस्टमार्टम करवाने हेतु पटना भेज दिया.सोमवार को रमेश तिवारी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने परिजनों को सौप दिया.रमेश की मौत की सूचना ज्योहीं क्षेत्र में पहुंची तो एक बार फिर क्षेत्र में भयाक्रांत का माहौल बन गया और आम लोग पुलिस की लचर व्यवस्था को कोसने लगे.खड़खड़िया गांव में रमेश की मौत की खबर पर पूरे गांव का माहौल गम में डूब गया.रमेश तिवारी गांव का मन्नू था जिसे हर लोग बहुत स्नेह देते थे.परिजनों का विलाप आसपास के लोगों को आंसू बहाने पर विवस कर दे रहा है.विदित हो कि गत 2 अगस्त को मैरवा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर ओवरब्रिज पर गुठनी के खड़खड़िया गांव रमेश तिवारी उर्फ मनु को सिवान से लौटने के क्रम में अपराधियों ने गोली मार दी थी.अपराधियों की गोली से गंभीर रूप में घायल रमेश तिवारी को ग्रामीणों ने मैरवा रेफरल अस्पताल पहुंचाया जहां से सिवान सदर अस्पताल और फिर पटना पीएमसीएच रेफर किया गया था.परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए पटना के चर्चित पारस अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उनका इलाज चल रहा था. इलाज के क्रम में हीं गत 4 अगस्त को रमेश ने पुलिस को अपना फर्द बयान दर्ज करवाया था और एक अज्ञात सहित चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवायी थी.रमेश के संबंधी,मित्र,गांव के लोग के अलावा राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता घर पर पहुंच कर शव आने की प्रतीक्षा करते हुये परिजनों को ढांढस दिलाने में लगे हुये थे.रमेश की मौत से उनके परिवार को काफी नुकसान हुआ है.
रमेश द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में अशोक का भाई और विपक्षी विजय भी शामिल
अशोक दुबे हत्याकांड में जेल में वंद बैज बाबा के भाई रमेश तिवारी उर्फ मन्नू ने पटना के पारस अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संघर्ष करते हुये मैरवा थाना के पुलिस पदाधिकारी पुअनि उज्ज्वल कुमार के समक्ष अपना फर्द बयान दिनांक 4 अगस्त को दर्ज कराया है.अपनी पत्नी अंजू तिवारी के समक्ष रमेश तिवारी ने अपने फर्द बयान में कहा है कि दिनांक 2 अगस्त दिन मंगलवार को दोपहर मैं सिवान से सिवान मैरवा उच्च पद के रास्ते अपने घर खड़खड़िया जा रहा था.मैरवा थाना अंतर्गत लक्ष्मीपुर ओवरब्रिज से उतरने के क्रम में एक खड़ी आल्टो कार पर सवार पांच व्यक्ति जिनमें मैरवा थाना क्षेत्र के लंगड़पुरा गांव निवासी विजय पांडे,संतोष पांडे,श्रीनगर सीवान का योगेंद्र यादव तथा गुठनी थाना क्षेत्र के पिपरपाती गांव निवासी प्रदीप दुबे एक अज्ञात व्यक्ति शामिल था.ओभरब्रिज से उतरने के क्रम में ये लोग कार से निकलकर हमे घेर लिए.इन सभी लोगों के हाथ में पिस्टल था.सभी लोग मेरे सामने से मुझपर पिस्टल तान दिये थे.मैं डरकर विजय पांडे से पूछा कि हमें क्यों मार रहे है तो उन्होंने कहा जो भी उमेश तिवारी उर्फ बैज बाबा का पैरवी करेगा वही मरेगा. तभी बगल में खड़े योगेंद्र यादव बोला कि इतना बात क्या करना है मारो साले को की मर जाय.उसकी बात सुनकर मैं भागने की कोशिश किया तो सामने से हाथ मे पिस्टल लिये विजय पांडे ने मेरे पेट मे गोली मार दिया.विजय के गोली मारते हीं योगेंद्र ने पिस्टल से पेट के दूसरे हिस्से में गोली मार दिया. मैं सड़क पर गिरा तभी प्रदीप दुबे ने पिस्टल से गोली मारा जो मेरे पीठ में लगा.संतोष और अज्ञात व्यक्ति ने अपने – अपने पिस्टल से मुझ पर फायर किया जिसमें संतोष की गोली मेरे बाह में लग गयी और अज्ञात व्यक्ति की गोली सड़क से छिटककर लगी.मैं सड़क पर पड़ा छटपटाता रहा और सभी अपराधी मैरवा की तरफ भाग निकले.भागते समय विजय पांडे ने कहा कि इसका तो काम हो गया अब जो भी बैज का पैरवी करेगा उसका यही हाल होगा.थानाध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने बताया आरोपितों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस रणनीति के तहत छापेमारी कर रही है.अपराधियों के मनोबल को बढ़ने नही दिया जायेगा. शीघ्र हीं अपराधी पुलिस गिरफ्त में होंगें.