एसपी ने कहा कि, बच्ची के बयान के आधार दोषियों को किया जा रहा चिन्हित
मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार, प्रशासन इस मामले में कुछ बोलने से कर रही परहेज
परवेज अख्तर/सिवान:- विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान की सात साल की मानसिक रूप से दिव्यांग बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले में पुलिसिया जांच तेज है. सुरक्षा व अन्य बातों को ध्यान में रखते हुये पीड़िता को मोकामा शेल्टर होम स्थानांतरित कर दिया गया है. पुलिस पीड़िता के बयान के आधार पर दोषियों को चिन्हित करने में जुटी हुयी है. वहीं संस्थान के सभी कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही है. बीते सोमवार को एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय ने दुष्कर्म मामले में संस्थान के कुछ कर्मचारियों से पूछताछ भी की थी. फिलहाल पुलिस इस घटना में फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है. इस मामले में प्रशासन कुछ भी बोलने से बच रही है. कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में भी दुष्कर्म होने की बात तो की गयी है, लेकिन घटना के समय का उल्लेख नहीं है. पुलिस घटना तीन साल पहले की बता रही है, जबकि बच्ची ने कोर्ट में दिये अपने बयान में घटना का समय करीब दो साल पहले बताया है. बतादें कि बीते सात नवंबर को बच्ची को परेशानी हुई तो मेडिकल टीम उसकी जांच के लिए गयी. जांच के बाद मेडिकल टीम ने डीएम रंजीता को रिपोर्ट दी कि बच्ची के साथ गलत हुआ है. इस पर आठ नवंबर को एसडीओ के नेतृत्व में एक टीम ने इसकी जांच की. बच्ची को परेशानी बढ़ी तो नौ नवंबर को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. डीएम के निर्देश पर 10 नवंबर को बच्ची के दुष्कर्म की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया. जिसमें डॉ कौशर आलीम गनी, डॉ मिताली और डॉ रीता सिन्हा शामिल हैं. इसके साथ डॉ एमके आलम के नेतृत्व में तीन डॉक्टरों की टीम बच्ची की उम्र की जांच करने के लिए बनायी गयी. जिसकी जांच रिपोर्ट आनी बाकी है. पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा का कहना है कि जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार रूटीन जांच के लिए एक जांच के लिए एक टीम गयी थी. जांच के दौरान एक बच्ची के साथ कुछ सेक्सुअल असल्ट का मामला सामने आया था. मामला पुराना था, जिसकी जांच रिपोर्ट आने है. इस घटना की प्राथमिकी महिला थाने में दर्ज की गयी है. बच्ची ने अपने बयान में बताया था कि यह दो या तीन वर्ष पूर्व का है. कुछ लोगों ने उसके साथ गंदा काम किया था. जिसका अनुसंधान जारी है. शीघ्र आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी. इधर सुरक्षा व अन्य बातों को ध्यान में रखते पीड़ित बच्ची को मोकामा शेल्टर होम स्थानांतरण कर दिया गया है।