पटना: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा और जनता दल यूनाइटेड में गठबंधन नहीं हो सका है. जदयू वहां अकेले चुनाव लड़ रही है और 20 सीटों पर उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी है. लेकिन यूपी में बीजेपी जेडीयू के बीच गठबंधन न होने की वजह से जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह निशाने पर आ गये थे।
दोनों पार्टियों के बीच आखिर गठबंधन क्यों नहीं हुआ इसको लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसका ठीकरा आरसीपी सिंह पर फोड़ते रहे. इस पूरे मामले के बाद अब तक चुप रहे आरसीपी सिंह पहली बार सामने आये. और अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए विरोधियों को नसीहत भी दे दी है।
एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने इस पूरे मामले पर कहा कि लोग मनोरंजन करते हैं उन्हें करने दीजिए. बिहार की जनता ने 2020 में 2025 तक उन्हें काम करने के लिए अवसर दिया है. साथी ही एनडीए (NDA) ने बिहार के लिए काम करने का संकल्प लिया है. उनको काम करने के लिए बैठाया गया है तो वो काम करेंगे. बीच में किसी को दाएं-बाएं करने की क्या जरूरत है?
आरसीपी सिंह ने कहा कि जो हमारे शुभचिंतक हैं, जो सपोर्टर हैं उनको क्या लगेगा? जिन्हें भजन, कीर्तन और कव्वाली करना है वो करते रहें. उन्हें (आरसीपी सिंह) जो काम दिया जाता है वो उसे बहुत ही ईमानदारी से करते हैं।
उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए आरसीपी सिंह का नाम लिस्ट में नहीं है। इसपर आरसीपी सिंह ने कहा कि लिस्ट में जिन 15 लोगों का स्टार प्रचारक में नाम है उसमें आप कितने को जानते हैं, ये सबलोग सक्षम हैं। ये सब चलता रहता है। जीवन लंबा है, धैर्य रखें। उन्होंने कहा कि जदयू में नेता नीतीश कुमार हैं और उनके अनुसार सबलोग काम करते हैं। सबको उनके नेतृत्व में काम करने के लिए हीं जनता ने जनादेश दिया है। सबको जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए। बिहार में एनडीए एकजुट है और आगे भी एकजुट रहेगा। उन्होंने कहा कि एनडीए में जिनको जो दायित्व है वे उसके अनुसार बिहार की जनता के लिए काम करते रहें।