परवेज अख्तर/सिवान :- छपरा-सीवान मुख्य सड़क पर कोड़ारी कला गांव के समीप मंगलवार की सुबह सड़क दुर्घटना में रिटायर्ड सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई। मृतक कोड़ारी कला निवासी हलीम मियां (65 वर्ष) है। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि मंगलवार की सुबह करीब 4.30 बजे शौच के लिए हलीम मियां साइकिल से खेत की तरफ जा रहे थे। तभी, अज्ञात वाहन ने धक्का मार दिया। दुर्घटना में हलीम मियां की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। आसपास के लोगों से परिजनों को घटना की जानकारी हुई। जब परिजन घटनास्थल पर पहुंचकर देखे तो उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद शव को परिजन उठाकर घर ले गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर जांच की। सड़क दुर्घटना में हलीम मियां को धक्का मारने वाला चालक अपनी गाड़ी लेकर फरार हो गया है।
घटना के पांच घंटे बाद पहुंची बीडीओ
घटना के बाद बीडीओ के नहीं पहुंचने को लेकर ग्रामीण काफी क्षुब्ध थे। ग्रामीणों का कहना था कि बीडीओ को घटनास्थल या मृतक के घर पहुंचकर सरकारी सहायता राशि मुहैया कराने की घोषणा करनी चाहिए। ग्रामीणों की मंशा की सूचना जैसे ही बीडीओ रीता कुमारी को मिली वे घटनास्थल पर पहुंची। बीडीओ ने कहा कि 20 हजार रुपए की मिलने वाली सहायता राशि तत्काल परिजनों को मुहैया करा दी जाएगी। बीडीओ की घोषणा के बाद परिजन व ग्रामीण शांत हुए।
कश्मीर में बाएं पैर में हलीम मियां को लगी थी गोली
सड़क दुर्घटना में मृत सीआरपीएफ के रिटायर्ड जवान को ड्यूटी के दौरान कश्मीर में सन 2000 में बाएं पैर में गोली लगी थी। परिजन बताते हैं कि आतंकवादी हमला में सन 2000 में उन्हें बाएं पैर में गोली लगी। काफी दिन इलाज चलने के बाद भी वे सही ढंग से चल नहीं पाए। जिसकी वजह से सन 2002 में वीआरएस लेकर घर चले आये। तब से वे गांव पर ही थे। पैर से बिल्कुल ही नहीं चला जाता था। वे कहीं भी आने-जाने के लिए साइकिल का सहारा लेते थे। मंगलवार को भी साइकिल से ही शौच के लिए जा रहे थे, तभी घटना घटी।
पेंशन ही था आय का मुख्य स्रोत
हलीम मियां के पेंशन से ही परिवार का खर्चा चलता था। हलीम मियां के तीन लड़के मुस्तकीम मियां, नजीम मियां व शकील मियां हैं। उनकी चार लड़की असमुन, नजबुन, खुशबू व तजबुन है। सभी की शादी हो चुकी है। पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। हलीम मियां की मौत के बाद परिजन दहाड़ मारकर रो रहे हैं। परिजनों को अब आगे परिवार कैसे चलेगा इसकी भी चिंता सता रही है।