✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार की सुबह से दोपहर तक रुक रुक कर हुई झमाझम वर्षा से नगर परिषद की मुख्य सड़क सहित सभी सड़कें झील में तब्दील हो गईं। लोगों को वर्षा के कारण गर्मी से निजात तो मिली लेकिन काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हास्पिटल मोड़ से बबुनिया मोड़ तक मुख्य सड़क पर दो फुट तक पानी लगा था। नाले से गंदा पानी सड़क पर वर्षा के कारण बहने लगा और राहगीर इस पानी को पार कर आना जाना कर रहे थे। वहीं बाइक सवार सड़क पर जाम लगने के कारण पानी में ही पैर रखकर किसी तरह आगे बढ़ने की जुग्गत में लगे रहे।
शहर के गांधी मैदान रोड, गांधी मैदान, नई बस्ती महादेवा, पकड़ी मोड़, श्रीनगर, अस्पताल रोड, राजेंद्र स्टेडियम रोड, शांति वटवृक्ष मोड़, मौलेश्वरी चौक, लक्ष्मीपुर, रामनगर, आनंद नगर, पंचमंदिरा सहित अन्य मोहल्लों में कुछ ही घंटों की वर्षा से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। शहरवासियों का कहना था कि नगर परिषद को सफाई की व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं है। साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। नालों की सफाई व्यवस्था बेहतर नहीं होने से जलजमाव की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण नारकीय स्थिति हो गई है।
बबुनिया मोड़ से हास्पिटल मोड़ व शांति वट वृक्ष समीप नारकीय स्थिति
नगर परिषद द्वारा सफाई नहीं कराए जाने के कारण बबुनिया मोड़ से हास्पिटल मोड़ तक सड़क पर गंदा पानी वर्षा के बाद जमा हो गया। वहीं सबसे ज्यादा परेशानी तो शांत वट वृक्ष समीप लोगों को हुई। जहां कचरा और गंदा पानी के बीच लोगों को आना जाना करना पड़ा। नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल इस वर्षा के पानी ने खोलने का काम किया।