परवेज़ अख्तर/सिवान : जिले में कोरोना की रियल टाइम पेरीमिरेज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) जांच जल्द होगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कवायद भी शुरू कर दी गई है। साथ ही स्थल का प्रस्ताव भी राज्य स्वास्थ्य समिति के पास भेज दिया गया है। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही आरटी-पीसीआर लैब का सेटअप स्थापित कर जांच शुरू कर दी जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि इसको लेकर राज्य स्तर से जिले में लैब स्थापित करने की भी अनुमति प्रदान कर दी गई है।
ऐसे में बीएमएसआइएल द्वारा आरटी-पीसीआर लैब स्थापित होने से कोरोना जांच की गति में तेजी आएगी। इसके बाद जिले में ही प्रतिदिन करीब दो हजार लोगों की जांच की जा सकेगी। साथ ही आरटी-पीसीआर मशीन लग जाने के बाद जांच रिपोर्ट के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी। दवा वितरण केंद्र व एसएनसीयू वार्ड समीप होगा लैब स्थापित : सीएस ने बताया कि अस्पताल परिसर स्थित दवा वितरण केंद्र व एसएनसीयू वार्ड के बगल में लैब स्थापित किया जाएगा।
सेटअप स्थापित करने के लिए करीब 1200 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता बताई गई है। इसको लेकर बीएमएसआइएल के इंजीनियर द्वारा स्थल निरीक्षण कर मैप तैयार कर लिया गया है। बताया कि लैब स्थापित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन भवन की कमी के कारण थोड़ा समय लग सकता है। जांच के लिए पटना नहीं भेजना पड़ेगा सैंपल : कोरोना से जंग जीतने के लिए जिला स्तर पर ही कोरोना की अंतिम जांच होने लगेगी। आरटी-पीसीआर मशीन लगने के बाद अब किसी भी प्रकार का सैंपल पटना नहीं भेजा जाएगा।
वीटीएम जांच भी यही होगा। वर्तमान में एंटीजन और ट्रू नेट जांच ही जिला में हो रही है। इसके अलावा आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल पटना भेजा जाता है। इस मशीन के लग जाने के बाद जांच में काफी सुविधा होगी। क्या कहते हैं जिम्मेदार : सदर अस्पताल में आरटी-पीसीआर लैब की स्थापना को लेकर प्रक्रिया चल रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्थल चयन को लेकर प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही लैब की स्थापना को लेकर मशीन उपलब्ध करा दी जाएगी।
डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा, सिविल सर्जन, सिवान