पटना: बिहार में पंचायत चुनाव खत्म होने के बाद विधान परिषद चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। क्षेत्र में दावेदार जोर लगा रहे हैं। कुछ दिनों में 24 सीटों पर होने वाले विधान परिषद चुनाव की अधिसूचना भी जारी हो जाएगी। इससे पहले बिहार में राजनीति तेज हो चुकी है। खास तौर पर NDA के अंदर घमासान शुरू हो गया है।
सत्तारूढ़ दल JDU के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने MLC चुनाव को लेकर एक बड़ा शिगुफा छोड़ा है। उन्होंने लोकसभा की तर्ज पर विधान परिषद के सीटों के बंटवारे की मांग की है।
कुशवाहा ने कहा है, ‘जिस तरह से लोकसभा में JDU और BJP बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ी थी और सहयोगी दलों को सीटें दी गई थी। उसी तर्ज पर विधान परिषद के सीटों का बंटवारा हो। दोनों पार्टियां बराबर-बराबर सीट पर चुनाव लड़े और अपने में से VIP और HAM को हिस्सेदारी दें।
दरअसल, MLC की 24 सीटों में 13 सीटों से भाजपा के नेता रिटायर हुए हैं। इसलिए वह किसी भी सीट को ड्रॉप करना नहीं चाहेगी। जाहिर सी बात है यदि BJP इन सीटों में से किसी भी नेता को ड्राप करेगी तो, वह बगावती हो जाएंगे। यह सर्वविदित है कि निकाय निर्वाचन क्षेत्र से चुने जाने वाले MLC का पार्टी से ज्यादा उनका अपना आधार होता है और ऐसे में BJP अपने हाथ से इसे गंवाना नहीं चाहेगी।
यदि भाजपा और JDU में बराबर सीटों का बंटवारा हुआ तो 24 सीटो में से 10-10 सीटें JDU और BJP को मिलेगी और 2-2 सीटें HAM और VIP को मिलेगी। ऐसे में पिछले कार्यकाल से भाजपा को 3 सीटों का नुकसान होगा। वहीं, इस फॉर्मूले से 4 सीटों का फायदा JDU को होगा। HAM और VIP को भी 2-2 सीटों का सीधे फायदा है।