- 07 डकैती एवं 1106 चोरी की घटना ने पुलिस की गश्त की खोली पोल
- 2016 से अभी तक 10 हजार तीन सौ लोगों की हुई गिरफ्तारी
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
आपराधिक घटनाएं कमोबेश सभी सिवान जिले में होती हैं और उन घटनाओं के ग्राफ को कम करने की जिम्मेदारी खाकी की होती है,लेकिन सिवान में इस वर्ष 12 महीने के आंकड़ें यह बताते हैं कि यहां आपराधिक घटनाओं का ग्राफ किस कदर बढ़ा। जनवरी से दिसंबर में अलग अलग घटनाओं में 92 लोगों की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं हथियार के बल पर 81 लूट की घटनाओं को अंजाम दिया गया। ये आंकड़े जहां आम लोगों के मन में भय बनाने में कामयाब हो रहे हैं वहीं पुलिस की शिथिलता को भी उजागर करने में अहम भूमिका में हैं। इसके अलावा सात डकैती और 1106 चोरी के मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। चोरी, हत्या, लूट, दुष्कर्म, रंगदारी, गोलीबारी,अपहरण व साइबर क्राइम की बढ़ रही घटनाओं के लिए आम जनता जिम्मेदारों से प्रश्न खड़ी कर रही है।आम जनता का कहना है कि पुलिस की सुस्त कार्यशैली और शराब के पीछे भागने का नतीजा है कि शहर से लेकर गांव तक आपराधिक घटनाएं बेखौफ हुईं और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
तीहरे हत्याकांड ने सबको झकझोरा
इस वर्ष जिले में एक के बाद एक एसी आपराधिक घटनाएं हुईं जिसने पुलिस को परेशान और आमजनता को हैरान करने का काम किया। महज कुछ रुपये के लिए पत्नी, सास एवं ससुर की निर्मम हत्या कर दी गई। पूरे परिवार में एक छोटी बच्ची ने झाड़ी में छुप कर अपनी जान बचाई घटना दारौंदा थाना क्षेत्र के भीखाबांध में 15 अगस्त की रात हुई थी। जहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी, सास औ ससुर को धारदार हथियार से काट कर मार डाला था। आरोपित मुबारक अली को एसआइटी टीम ने उत्तर प्रदेश के बहराइच में गिरफ्तार कर किया था।
पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं सके हत्यारे
हालांकि जिस रफ्तार से आपराधिक घटनाएं हुईं उसमें पुलिस ने कुछ मामलों में आरोपितों को गिरफ्तार भी किया। मैरवा थाना क्षेत्र में 9 फरवरी की रात मोती छापर के राजेश पटेल की हत्या कर दी गई। अगले दिन सुबह रेलवे स्टेशन के बाहर रेल परिसर में उसका शव बोरे में देखा गया।शव का हाथ पैर सिर गायब था। पुलिस ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कुछ ही घंटे में स्टेशन चौक के एक घर से बक्से में रखे मृतक का हाथ, पैर, सिर तथा हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार के साथ हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया।7 जून को आदर्श नगर में आभूषण व्यवसायी नवनीत की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। मृतक की पत्नी ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने अनुसंधान करते हुए एक सप्ताह में ही हत्या में शामिल तीन युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसमें एक मृतक का भतीजा शामिल था । एक नवंबर को चुपचुपवा के दुखी गोड़ की हत्या कर गांव के निकट सड़क पर फेंक दिया गया। घटना के 4 दिन बाद 5 नवंबर को पुलिस ने इसका उद्भेदन करते हुए एक अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जनवरी में बंधन बैंक कर्मी से अपराधियों द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिए जाने के कुछ ही दिनों बाद पुलिस ने अंतर प्रांतीय गिरोह का भंडाफोड़ कर इसमे शामिल अपराधियों को गिरफ्तार किया।
आभूषण लूट में 12 की हुई गिरफ्तारी
जिला मुख्यालय के नगर थाना क्षेत्र के चौक बाजार स्थित अर्चना ज्वेलर्स में 20 सितंबर की शाम आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने दुकान मालिक को गोली मारकर चार करोड़ से अधिक के आभूषण व नकद लूट लिए थे। भागने के क्रम में बदमाशों ने ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग कर दहशत फैला दी थी। इस मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर अभी तक 12 बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया । जबकि करीब छह किलो का सोना भी बरामद कर लिया।
2016 से 10 हजार तीन सौ लोगों की हुई गिरफ्तारी
एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि 2016 से अभी तक शराब मामले में दस हजार तीन सौ लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं।जबकि पांच लाख 15 हजार से अधिक शराब नष्ट हुआ हैं। वहीं 7800 कांड दर्ज किया गया हैं।