छपरा : सारण जिले में वर्ष 2020-21 के लिए धान अधिप्राप्ति को सुचारु रूप से चालू करने को लेकर जिला सहकारिता पदाधिकारी ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए पैक्सों को जिम्मेदारी सौंपने के पहले उन्होंने बिहार राज्य सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक से जिले के सभी डिफॉल्टर पैक्सों की सूची की मांग की थी। उनके द्वारा मांगी गई सूची के बाद को-ऑपरेटिव बैंक के शाखा प्रबंधक सोनल कुमार ने 25 नवंबर को जिला सहकारिता पदाधिकारी को डिफॉल्टर पैक्सों की सूची सौंप दी है।
शाखा प्रबंधक द्वारा सौंपी गई सूची के अनुसार वर्ष 2012- 13 में डिफॉल्टर पैक्सों में छपरा सदर के भैरोपुर निजामत पैक्स, मढ़ौरा प्रखंड के बहुआरापट्टी, अगहरा, मांझी प्रखंड के जैतपुर, जलालपुर प्रखंड के अशोकनगर, नगरा प्रखंड के कादीपुर, अमनौर प्रखंड के कोरेया, परसा प्रखंड के भेल्दी, बहरमाड़र, शोबेपुर, तरैया प्रखंड के तरैया, इसुआपुर प्रखंड के सहवा, एकमा प्रखंड के परसा उत्तरी, गड़खा प्रखंड के मिठेपुर, गड़खा, फेरूसा, पानापुर प्रखंड के बकवा, सोनपुर प्रखंड के शाहपुर दियारा, गोविदचक, गंगाजल, दरियापुर प्रखंड के बैजहिया एवं बेला पैक्स डिफॉल्टर हैं।
वहीं 2014 -15 से परसा प्रखंड के बलीगांव, अन्याय, मांझी प्रखंड के मांझी पश्चिमी, दरियापुर प्रखंड के विसही, सैदपुर, पोझी खजौली, मशरख प्रखंड के कंवलपुरा, तरैया प्रखंड के सरेयारत्नाकर, गड़खा प्रखंड के मिर्जापुर एवं जलालपुर प्रखंड के कोपा पैक्स डिफॉल्टर हैं।
वर्ष 2015 -16 से रिविलगंज प्रखंड के ईनई, छपरा सदर के फकुली एवं जलालपुर के माधवपुर पैक्स डिफॉल्टर हैं।
वर्ष 2016- 17 से एकमा प्रखंड के देवपुरा ,पानापुर प्रखंड के कोंध, मांझी प्रखंड के बरेजा, मरहा, गड़खा प्रखंड के महमदपुर एवं गड़खा बीएमएस पैक्स डिफॉल्टर हैं।
वर्ष 2017- 18 में मांझी प्रखंड के बलेसरा, सोनपुर प्रखंड के शिकारपुर, एकमा प्रखंड के परसा पूर्वी, बनियापुर प्रखंड के पिठोरी, मांझी प्रखंड के मटियार, मदनसाठ, लघुवा, इनायतपुर, लहलादपुर प्रखंड के दंदास, अमनौर प्रखंड के हुसेपुर, तरैया प्रखंड के चंचलिया, एकमा के अतरसन, मशरख के सनौली, खजुरी, चांदकुदरिया, कर्ण कुदरिया, सदर प्रखंड के लोहरी, मशरख प्रखंड के मशरख पूर्वी, सोनपुर प्रखंड के राहर दियारा एवं लहलादपुर प्रखंड के कटेया पैक्स डिफॉल्टर हैं।
इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी अजय कुमार अलंकार ने बताया कि डिफाल्टर पैक्सों की सूची प्राप्त हो गई है। इन पैक्सों के पास करीब सवा पांच करोड़ रुपये बकाया है। डिफाल्टर पैक्सों को छोड़कर धान क्रय की तैयारी चल रही है।