परवेज अख्तर/सिवान :- जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश से गुठनी, दरौली, रघुनाथपुर व सिसवन में सरयू नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है। इससे तटवर्तीय क्षेत्र में रहनेवाले लोग चितित हो गए हैं। वहीं प्रशासन द्वारा इसकी देखरेख के लिए गार्डों की तैनाती कर दी गई है। सरयू नदी का पानी दरौली में .22 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। सरयू नदी के जलस्तर में लगातार दो दिनों से गिरावट के बाद फिर से जल स्तर में वृद्धि होने लगी है। बाढ़ विभाग के कर्मी केपीएन सिंह ने बताया गया कि मंगलवार की दोपहर 12 बजे नदी खतरे के निशान से .22 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। उन्होंने बताया कि नदी के जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है।
जानकारी हो कि दरौली में डेंजर लेवल 60.82 मीटर है। मंगलवार को सरयू नदी का जल स्तर 60.60 सेंटीमीटर था जो खतरे के निशान से .22 सेंटीमीटर नीचे था। वहीं नदी का जलस्तर गंगपुर सिसवन में डेंजर पॉइंट के बिल्कुल करीब जा पहुंचा है। गंगपुर सिसवन में पिछले 24 घंटों के दौरान नदी का जलस्तर में .10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक सरयू नदी का जलस्तर गंगपुर सिसवन में मंगलवार की दोपहर 12 बजे 56.51 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया, जबकि यहां रविवार की दोपहर जलस्तर 54.72 सेंटीमीटर था। तीन दिनों से लगातार भारी बारिश के चलते सरयू के जलस्तर में हो रही वृद्धि होने से लोग चितित हैं।
नदी का जलस्तर गंगपुर में खतरे के निशान के आसपास है और नदी के पानी ने तटवर्ती इलाकों को छूना शुरू कर दिया है। कचनार साईंपुर, ग्यासपुर, गंगपुर सिसवन, शुभहाता आदि के इलाकों में पूर्व में जब भी सरयू का जलस्तर बढ़ा है तो यहां बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कुछ ऐसा ही हाल सिसवन प्रखंड क्षेत्र की ग्यासपुर पंचायत के नवका टोला गांव का है। यहां से होकर गुजरने वाली सरयू नदी इन दिनों उग्र रूप में है।