परवेज अख्तर/सिवान: पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही वर्षा के कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया है और यह दरौली में खतरे के निशान को पार कर दो सेमी ऊपर बह रही है। नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों में भय का माहौल कायम हो गया है। यह पहली बार है जब मानसून समाप्ति के कगार पर है और सरयू का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। इस संबंध में बाढ़ विभाग के एसडीओ चंद्रमोहन झा ने बताया कि बैराज और पहाड़ी इलाकों में लगातार वर्षा होने से सरयू नदी का जलस्तर तेजी बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि दरौली में मंगलवार को सरयू नदी का जलस्तर 61.02 मीटर मापा गया, जबकि इसका डेंजर लेवल 60.82 निर्धारित है।
वहीं सिसवन में सोमवार को सरयू नदी का जलस्तर 56.460 मीटर मापा गया, जबकि सिसवन में डेंजर लेवल 58.01 निर्धारित है। वहीं नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण गुठनी, दरौली एवं सिसवन प्रखंड में तटवर्ती क्षेत्र समीप बसे दर्जनों गांवों के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि सरयू नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद पानी के तेज धारा के कारण अंदर ही अंदर कटाव भी बहुत ज्यादा हो रहा है। इस कारण खेती योग्य भूमि को भारी नुकसान भी हो सकता है। अगर सरयू द्वारा लगातार कटाव जारी रहा तो आने वाले समय में और नुकसान होने की संभावना है। ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और कर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि विभाग द्वारा चिह्नित जगहों पर बाढ़ से पूर्व अगर कटाव निरोधी कार्य कर दिया गया होता तो किसानों को इसका खामियाजा नहीं भुगतना पड़ता।