परवेज अख्तर/सिवान : एमएच नगर थाने के अर्जनीपुर सिसवां कला में शुक्रवार को मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में सत्संग का आयोजन किया गया। संस्थान के प्रेमी सुरेश सिंह ने जीवन में सत्संग की महिमा को बताते हुए कहा कि आज जो किसान गेंहू की खेती किए हैं वहीं काट भी रहे हैं, लेकिन जिसने खेती नहीं किया वो गेहूं काटेगा नहीं। उसके खेत में नाना प्रकार के जंगली पौधे उग गए हैं और खेत की सारी उर्वरता को अवशोषित कर लिए हैं, ठीक उसी प्रकार संतों ने हृदय को खेत बताया और कहा कि हे मानव हृद रूपी खेत में राम नाम की फसल उगाओ, अगर नहीं उगाओगे तो उसमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, ईर्ष्या, द्वेष के खरपतवार जरूर उगेंगे जो हमारे जीवन को दुःखमय बना देंगे। इसलिए समय के तत्वदर्शी महापुरुष की शरण में जाकर रामनाम की बीज हृदय में डाल लो जीवन भर भजन रूपी नौकरी करो और बुढ़ापे में आनंदरूपी कृपारूपी पेंशन पाकर जीव कृतार्थ करो। रामनाम ही लेकर जीव संसार में आया था और वही लेकर भी जाना है बाकी सारे दौलत और सांसारिक संपत्ति यही पर छूट जाएगी। अंत में अशोक दुबे भी मानव को कर्म करने की प्रेरणा देकर कार्यक्रम का समापन किया। अवसर पर बृजेंद्र दुबे,कबूतरा, देवी, आशा देवी, शुभांति देवी, लक्ष्मण, शंकर राय सहित दर्जनों भक्त उपस्थित थे।
सत्संग से ईश्वर की होती है प्राप्ति : सुरेश
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