परवेज़ अख्तर/सीवान:- कहां जाता है ना रक्त दान महादान, रक्त का कोई मजहब नही होता कब किसको इसकी जरूरत पड़ जाए किसी को नही पता है. रक्त का कोई मजहब नही होता है. आज इसी क्रम में एक रक्त की कमी से जूझ रही महिला को मुखिया ने रक्त दान कर महिला की जान बचाया है.
खूनकी कमी से जूझ रही एक महिला को डिस्ट्रिक्ट ब्लड डोनर क्लब के सदस्य सह दारौंदा प्रखंड के बगौरा पंचायत के मुखिया सतेंद्र शर्मा ने खून देकर उसकी जान बचाई. शहर के श्रद्धानंद बाजार की पुष्पा कुमारी को अचानक खून की उल्टी होने के कारण शरीर में ब्लड की अत्यधिक कमी हो गई. अचानक महिला को खून की उल्टी होने से उसका ब्लड शरीर मे दो ग्राम हो गया. महिला की स्थिति को देखते हुए पहले तो डॉक्टरों ने उसे एडमिट लेने से इनकार किया फिर आग्रह पर अविलंब खून चढ़ाने को कहां. जब परिजन सदर अस्पताल सीवान स्थित ब्लड बैंक से संपर्क किये तो पता चला कि ब्लड बैंक में O+ ब्लड समूह का खून नही है.
आनन-फानन में परिजन ब्लड की व्यवस्था में लग गए. जैसे ही इसकी सूचना डीबीडीटी के सदस्यों तक पहुंची उन्होंने अपने व्हाट्सएप ग्रुप पर महिला की स्थिति को वाइरल कर दिया. जैसे ही इसकी खबर बगौरा के मुखिया सत्येंद्र शर्मा को लगा उन्होंने मंगलवार को सदर अस्पताल में आकर अपना ब्लड देकर महिला की जान बचाया.