परवेज अख्तर/सिवान: राज्य खाद्य निगम द्वारा जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को खराब गुणवत्ता वाले चावल की आपूर्ति के मामले को सदर एसडीओ ने गंभीरता से लिया है. मामले में डीएसओ को जांच का आदेश दिया है. एसडीओ ने माना है कि आपूर्ति किए गए चावल खाने योग्य नहीं था. जिसके कारण विक्रताओं को वितरण करने में उपभोक्ताओं के कोपभाजन का शिकार होना पड़ रहा है. इससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है. फेयर प्राईस डीलर्स एसोशिएशन के जिला इकाई के महामंत्री अभय कुमार सिन्हा के आवेदन का हवाला देते हुए कहा है कि सीएमआर के नाम पर खराब गुणवत्ता का चावल डोर-टू-स्टेप डिलेवरी में माध्यम से जन वितरण प्रणाली के दुकान पर भेजा जा रहा है.
विगत माह फरवरी और मार्च 2021 में खराब गुणवत्ता का चावल दिया गया था. इसकी शिकायत अधोहस्ताक्षरी और सीवान अनुमंडल के सभी एमओ ने आपसे की थी. इसके बावजूद कोई कार्रवाई आपके स्तर से नहीं हुई. एसडीओ ने इसपर खेद जताते हुए कहा है कि एसएफसी से खाद्यान्न का उठाव किए जाने से पहले गुणवत्ता नियंत्रण पदाधिकारी से जांच कराकर प्रखंड के गोदामों को उपलब्ध करायी जाती है फिर किस परिस्थिति में सभी प्रखंड गोदामों में सड़ा हुआ व खुदी युक्त चावल भेज दिया गया. इसे गंभीर मामला बताते हुए एसडीओ ने कहा है कि इससे स्पष्ट होता है कि गुणवत्ता नियंत्रण पदाधिकारी एवं उठाव प्रभारी द्वारा गलत मानसिकता से सड़े हुए चावल की आपूर्ति करायी जा रही है.