परवेज़ अख्तर/सिवान :- मुजफ्फरपुर नारी सुधार गृह में हुए बलात्कार कांड के खिलाफ वामदलों के आह्वान पर गुरुवार को बिहार बंद का जिले में मिला जुला असर रहा। बिहार बंद कराने में सीपीआई,सीपीआई (एम), भाकपा माले, राजद, सपा आदि पार्टी के कार्यकर्ता शामिल थे। इस दौरान भाकपा माले ने जुलूस निकाल कर व्यवसायियों से बंद की अपील की। बंद का नेतृत्व भाकपा (माले) के केंद्रीय कमेटी सदस्य नईमुद्दीन अंसारी एवं पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने संयुक्त रूप से किया। सुबह से ही माले कार्यकर्ताओं ने शहर के जेपी चौक और गोपालगंज मोड़ पर काफी संख्या में पहुंच कर बिहार बंद के दौरान गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगा दिया। यहां गोपालगंज और मैरवा की तरफ से आने वाली सभी गाड़ियों को रोक एपवा की महिला कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी की।इसके बाद शहर के जेपी चौक पर माले कार्यकर्ताओं ने बड़ी गाड़ियों को सड़क के दोनों तरफ रोककर आवागमन को पूरी तरह से ठप कर दिया। इस कारण लोगों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं माले कार्यकर्ताओं ने सभा का भी आयोजन किया। सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि केंद्र एवं राज्य दोनों जगह भाजपा की ही सरकार है। इस जघन्य अपराध के लिए जितनी भी सजा दी जाए कम है। बिना बेटी वाले क्या जाने इसका दर्द, वर्षों से सरकार, मंत्री और बड़े अफसरों की मिलीभगत से इस घिनौने काम को अंजाम दिया जा रहा था। सुशासन और समाज सुधार के नाम पर जो कुछ हुआ है, देश की आजादी और अस्मिता पर सवार खड़ा हो गया है। भाजपा कोटे के मंत्री के रिश्ते इतने करीबी होने के बाद भी सुशासन की सरकार ने मंत्री को अभी तक बर्खास्त नहीं किया। इससे सरकार की मंशा साफ हो गई है। वहीं जिला सचिव नईमुद्दीन अंसारी ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले शर्म करें। जब बेटियों की सुरक्षा देने वाले मंत्री और विधायक ही छोटी-छोटी मासूम बच्चियों के साथ ऐसे घिनौनी हरकत कर सकते हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। सभा को युगुल किशोर ठाकुर, हंसनाथ राम, जयनाथ यादव, देवेंद्र यादव, योगेंद्र यादव, शीतल पासवान, जयकरण महतो आदि ने भी संबोधित किया। इस मौक पर रमेश प्रसाद, विकास यादव,सुजीत कुशवाहा, शफी अहमद, बच्चा, उप प्रमुख रवींद्र पासवान आदि उपस्थित थे।
सीवान में बंद का रहा मिलाजुला असर
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