परवेज अख्तर/सिवान : मुख्यालय स्थित रामजानकी मंदिर से मूर्ति की चोरी मामले में दूसरे दिन भी पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है,पुलिस सभी बिंदुओं पर गहराई से जांच करने में जुटी है। रामजानकी मंदिर से राम एवं सीता की मूर्ति की चोरी की घटना ने लोगों एवं मंदिर समिति के सदस्यों के बीच कई अनसुलझे प्रश्न खड़े कर दिए हैं। तीन दिनों से यानी पिछले गुरुवार से मंदिर में रहने वाले एक साधु का नहीं आना तथा दारौंदा बाजार पर उस साधु को देखा जाना सबको आश्चर्य में डाल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि दारौंदा बाजार पर रहकर मंदिर में नहीं जाना, मौन धारण करने वाले बाबा चंदन मिश्रा के बिस्तर पर रखे मंदिर की चाबी गायब होना, मुख्य दरवाजे के गेट का ताला बिना तोड़े मंदिर में प्रवेश करना, इन बातों पर तरह-तरह की चर्चा होने लगी है। इस चोरी में कैसे मुख्य गेट का दरवाजा खुला इस पर गंभीरता से पुलिस जांच करने में जुटी है। इस संबंध में महाराजगंज एसडीपीओ संजय कुमार ने बताया कि मंदिर मे लोगों से चोरी के बारे में अलग-अलग जानकारी ली गई है। इसी पर गहराई से जांच की जा रही है। विदित हो कि शनिवार की रात दारौंदा मुख्यालय स्थित बीआरसी के समीप रामजानकी मंदिर परिसर सें रामजानकी की मूर्ति चोरों ने चुरा ली। इसके बाद दारौंदा थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रभाकर, इंस्पेक्टर अकिल अहमद, एसडीपीओ संजय कुमार सहित विभिन्न पदाधिकारी ने जायजा लिया।
मूर्ति बरामदगी के लिए हर व्यक्ति से पुलिस कर रही अलग अलग पूछताछ
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