परवेज अख्तर/सिवान : बच्चे देश के भविष्य हैं। इन्हें कुपोषण से बचाने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाएं आगे आएं। भविष्य को अच्छा बनाने के लिए वर्तमान में कुछ त्याग करना पड़ता है। तभी भविष्य अच्छा हो सकता है। यह बात प्रभारी सीडीपीओ सह बीडीओ डॉ. अभय कुमार ने शनिवार को सेविकाओं एवं महिला सुपरवाइजरों के साथ बैठक करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार बाल विकास परियोजना कार्यालय के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्र खोल कमजोर बच्चों को कुपोषण से बचाने हेतु पौष्टिक आहार पोषाहार के रूप में प्रदान करती है। सरकार सभी केंद्रों को दूध उपलब्ध करा रही है ताकि बच्चों को दूध केंद्र पर मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रति बुधवार को सभी केंद्रों पर प्रति बच्चे 150 एमएल दूध देना है। बंद पॉकेट दूध पाउडर को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि यह दूध उन बच्चों का हिस्सा है जो केंद्र पर नामित है। उन्होंने कहा एक पैकेट 200 ग्राम का है। एक पैकेट से बने दूध को 11 बच्चों को पिलाना है। उन्होंने दूध बनाने के तरीके भी बताए। इस अवसर पर महिला पर्यवेक्षिका नीलम कुमारी ने भी कई सुझाव दिए।
बच्चों को कुपोषण से बचाने में आगे आए सेविकाएं : सीडीपीओ
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