- इस मामले में पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को हो चुकी है सजा
- घटना के बाद से ही आईपीएस अधिकारी एस.के. सिंघल आए थे सुर्खियों में
परवेज़ अख्तर/सिवान :
बुधवार की अहले सुबह से ही एक बार फिर सिवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन व सीवान के तत्कालीन एस.पी. एसके सिंघल की चर्चाएं इस खुश मिजाज मौसम में चाय के चुस्की के साथ लोगों द्वारा शुरू कर दी गई। हालांकि बुधवार की अहले सुबह से ही शहर से लेकर सुदूर इलाकों तक पानी की फुहारे देर रात तक पड़ती रही और लोग चाय के चुस्की के साथ सिवान के पूर्व सांसद व सीवान के पूर्व एसपी की चर्चाएं करने से बाज नहीं आ रहे थे। यहां बताते चलें कि बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के स्वैच्छिक रिटायरमेंट (वीआरएस) के बाद आईपीएस अधिकारी एस.के सिंघल को बिहार के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
क्यों हो रही है दोनों की चर्चाएं:
सिंघल 1996 में तब सुर्खियों में आए थे जब उन पर सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन द्वारा हमला किया गया था। उस दौरान सिंघल सिवान में एसपी के तौर पर तैनात थे। 2007 में एक विशेष अदालत ने पूर्व सांसद को एस.के सिंघल पर हुए हमले के मामले में 10 साल की सजा सुनाई थी। एडीजी (मुख्यालय) के रूप में सिंघल की नियुक्ति अहम इसलिए मानी जा रही है। बहरहाल चाहे जो हो सिवान के पूर्व सांसद व सिवान के पूर्व एस.पी. सह वर्तमान डीजीपी की चर्चा सीवान के संपूर्ण जिले में लोग चाय की चुस्की के साथ करने से बाज नहीं आ रहे है।