मुजफ्फरपुर: महिलाओं-लड़कियों के प्रति हिंसा की खबरें आए दिन सुनने-पढ़ने को मिलती हैं। लेकिन, कुछ झकझोर देती हैं। जिले के साहेबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में किशोरी के साथ सामूहिक दुराचार मामले का पर्दाफाश होने के बाद जो बात सामने आ रही, उससे यही लगता है कि क्या इंसान पशुओं से भी नीचे चला गया है? एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि किशोरी के साथ इस पशुवत हरकत करने वालों में उसके अपने भी थे। जिंदा जलाने के बाद उसके शव को जिस ट्रैक्टर की मदद से गंडक नदी के किनारे ठिकाने लगाया गया था, उसे उसका चचेरा भाई चला रहा था। अधजले शव को पुलिस ने दियारा क्षेत्र में पांच फीट जमीन खोदकर बरामद किया है। अब उसको पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया है। इस काम में प्रयोग आने वाले ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है। वहीं, चालक भी पुलिस की गिरफ्त में है।
डेढ़ दर्जन लोगों ने दबाव बनाया
एसएसपी ने कहा कि अभी तक गुलशन कुमार, चंचल कुमार, अभिनय कुमार, राजा कुमार, आलोक सिंह, हीरदेव सिंह और ट्रैक्टर चालक को पकड़ा गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीपीओ सरैया के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। गिरफ्तार ट्रैक्टर चालक ने यही भी बताया कि शव ठिकाना लगाने के लिए डेढ़ दर्जन लोगों ने दबाव बनाया था। उसने सभी के नाम बताए हैं। रिकार्ड में इनका नाम भी लिख लिया गया है। अब इन पर भी कार्रवाई होगी।
मामला दबाने के लिए पूरी कोशिश
तीन जनवरी हो घटना होने के बाद इसको दबाने के लिए पूरी ताकत लगा दी गई थी। जनप्रतिनिधियों ने गांव में पंचायत की। चार लाख रुपये का लालच देकर पीड़ित परिवार का मुंह बंद कराने की कोशिश की गई। इतना ही नहीं, आरोपितों को छह साल के लिए गांव बदर करने का प्रपंच भी रचा गया। लेकिन, एक रिश्तेदार के विरोध के बाद पीड़ित परिवार पुलिस तक पहुंचा।
अपनों की थी गंदी निगाह
पांच वर्ष पूर्व मृत किशोरी की मां चल बसी थी। वह तीन बहन थी। बड़ी की शादी हो चुकी है। घर की खराब हालत को देखते हुए उसके पिता बूढ़े मां बाप तथा दो बेटियों को छोड़कर पंजाब में मजदूरी करने चले गए थे। इसी बीच अपनों की बुरी नजर लग गई। छोटी बेटी का आरोपितों ने एक अश्लील वीडियो बना लिया। इसे वायरल करने का खौफ दिखाकर पहले मंझली को ब्लैकमेल कर गलत करने का प्रयास किया। विरोध किया तो वीडियो वायरल कर दिया। इस बीच तीन जनवरी को घर मे घुसकर आरोपितों ने घटना को अंजाम दिया।