परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन चैनपुर ओपी थाना अंतर्गत रामगढ़ में सोमवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने स्थानीय सीओ के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतर गए व जमकर प्रदर्शन किया. मामला एक दुकानदार को बेरहमी से पिटाई को लेकर बताई जा रही है. इस संदर्भ में ग्रामीणों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक मेंहदार के समीप एक छोटे से मिष्ठान भंडार के मालिक संजय साह दुकान के अंदर अपने लिए भोजन बना रहा था. इसी दौरान सीओ इंद्र वंश राय अपने दल बल के साथ मेंहदार पहुंच दुकानदारों पर लाठियां बरसाना शुरू कर दिया. जब साह ने दुकान को समेटने के लिए मात्र दस मिनट का समय मांगा इतने में सीओ के गार्डों ने जमकर डंडों से पिटाई कर दी. जिससे साह बुरी तरह घायल हो गए. इधर घायल अवस्था में रोते-बिलखते जैसे ही रामगढ़ अपने घर पहुंचे, यह देख ग्रामीण उग्र हो गए और सीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे. हालांकि सीओ ने शनिवार को रामगढ़ स्थित गंगा मिष्ठान भंडार एवं त्यागी वस्त्रालय को सील कर दिया था.
जिससे ग्रामीणों में सीओ के प्रति आक्रोश व्याप्त था. इधर सील करते वक्त मिष्ठान भंडार के मालिक चंदन कुमार प्रसाद दुकान में रखे दस्तावेजों एवं मिष्ठान बुकिंग के काफी को निकालने के लिए सीओ से काफी गुहार लगाई. लेकिन सीओ ने एक नहीं सुनी. इसके अलावा गार्डों ने दुकान पर रखे कुर्सी टेबल आदि को तोड़ दिया. वही एक आलू व्यवसाई विनोद प्रसाद को भी बुरी तरह से पीटकर जख्मी कर दिया गया. जिससे ग्रामीण और उग्र हो गए. हालांकि ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कोरोना गाइडलाइंस को रामगढ़ के सभी दुकानदार पालन करते हैं और ग्यारह बजे के पूर्व ही अपने सारी दुकाने बंद कर देते हैं. बावजूद सीओ नौ बजते ही तांडव मचाना शुरू कर देते हैं. जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है. वहीं घायल व्यवसाई को लेकर स्थानीय लोगों ने जिला अधिकारी, एसडीओ एवं सांसद व क्षेत्रीय विधायक को सूचना देकर सीओ के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग पर अडे हुए थे.
इधर सीओ पुनः दोपहर में सिसवन व चैनपुर पुलिस के साथ रामगढ़ पहुंचे जहां ग्रामीण देखते ही और उग्र हो गए, और सीओ के विरुद्ध गोलबंद होने लगे. इधर सीओ ने भीड़भाड़ को देख लोगों को खदेड़ना चालू किया. तब ग्रामीणों ने पुलिस बल व सीओ के साथ जमकर हाथापाई की. कुछ पथराव भी किया. जिससे पुलिस जीप व सीओ के गाड़ी भी हल्की फुल्की क्षतिग्रस्त हो गई. बाद में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया. वहीं सीओ ने बताया कि गाइडलाइंस को उल्लंघन किया जा रहा था. जिसको रोकने से मना किया गया तो उग्र ग्रामीणों ने हमला कर दिया. वही सीओ ने कहा कि वैसे उग्र ग्रामीणों को चिन्हित किया जा रहा है. उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.