परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन प्रखंड के चैनपुर मुबारकपुर स्थित मां मंगला भवानी मंदिर परिसर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के पहले दिन गुरुवार की शाम से रामकथा की शुरुआत हुई। कथा के पहले दिन कथा व्यास प्रेम भूषण महाराज ने रामचरित मानस के महात्म्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने गुरु के महत्व, नारी के विभिन्न शक्ति रूपों और गुरु की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि योग्य गुरु का मार्गदर्शन और सानिध्य हासिल होने से लक्ष्य साधना की प्राप्ति संभव हो जाती है।
भागवत भजन एवं भगवान की कृपा प्राप्त करने में तमाम बाधाएं आती हैं, लेकिन विचलित नहीं होना चाहिए। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने अपने कर्तव्य और आचरण से समाज में आदर्श स्थापित किया है। हमें भगवान राम के चरित्र का अनुकरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कलयुग में अधर्म और अनाचार बढ़ा है। ऐसे में मनुष्य को सकारात्मकता के लिए धार्मिक आचरण अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर भगवान राम की कथा होती है वहां देवी-देवता और ऋषि-मुनि भी आते हैं। राम कथा के श्रवण मात्र से ही बेड़ा पार हो जाता है। इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।