परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन थाना क्षेत्र के गंगपुर सिसवन में मंगलवार की देर रात बदमाशों ने धारदार हथियार से एक युवक की गला रेतकर हत्या कर दी। इस घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह सड़क पर शव रख जाम कर दिया। बाद में प्रशासन के आश्वासन पर सड़क जाम हटा। मृतक की पहचान सिसवन निवासी ललन मल्लाह के पुत्र अशोक मल्लाह के रूप में हुई है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि अशोक महल्लाह थान से महज 50-60 मीटर दूर स्थित अपने कर्कटनुमा घर में सोया हुआ था। तभी देर रात्रि बदमाशों ने तेजधार हथियार से उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। घटना की सूचना घरवालों को उस समय हुई जब युवक कराहते हुए चिल्लाया। मृतक की पत्नी पुष्पा देवी ने बताया कि मंगलवार की रात हम सभी भोजन करने के बाद सो गए थे। पति अशोक भी घर के आगे बने करकटनुमा शेड में सोने चले गए। उसके बाद रात्रि करीब एक बजे उनके कराहने की आवाज सुनाई दी। उनके कराहने की आवाज सुनकर जब उनके पास गई तो देखा कि उनका शरीर खून से लथपथ है। मेरे चिल्लाने पर आसपास के लोग वहां पहुंचे और उन्हें इलाज के लिए आनन फानन में सिसवन रेफरल अस्पताल ले गए जहां जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक की पत्नी ने बताया कि उस वक्त सिसवन-रघुनाथपुर मुख्य सड़क पर एक बोलेरो लगी थी। जब लोग इकट्ठा हुए तब वह गाड़ी वहां से तेजी से रघुनाथपुर की तरफ चली गई। घटना की सूचना थाना को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा। पुलिस ग्रामीणों को समझा-बुझाकर तथा शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने शव रख किया सड़क जाम :
घटना एवं पुलिस की कार्यशैली से गुस्साए आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह सड़क पर शव रख सिसवन-सिवान, सिसवन-रघुनाथपुर, सिसवन- मांझी पथ को जाम कर दिया और प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया। सड़क जाम सुबह नौ बजे से 12 बजे तक रहा। इससे सड़क पर लंबी वाहनों के कतार लग गई थी। इस कारण आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम की सूचना पर पहुंचे बीडीओ सूरज कुमार सिंह, सीओ सतीश कुमार, थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह एवं भाकपा माले के पूर्व विधायक अमरनाथ यादव जाम स्थल पर पहुंच लाेगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण जिला से वरीय पदाधिकारियों के बुलाने की मांग पर अड़े रहे। ग्रामीण बदमाशों की पहचान कर उनकी सजा दिलाने एवं स्वजन को मुआवजा की मांग कर रहे थे। इस मौके पर मुखिया प्रतिनिधि धर्मनाथ प्रसाद ने मृतक के पिता को कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार रुपये की आर्थिक मदद की। वहीं बीडीओ ने श्रमिक योजना से मिलने वाली सहायता राशि के तहत एक लाख रुपये एवं मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत 20 हजार रुपये देने एवं मृतक की पत्नी को स्वच्छता मिशन में काम देने का अश्वासन देकर जाम हटाया। उसके बाद ग्रामीण शव का दाह संस्कार किए। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस घटना के सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। मृतक का मोबाइल जब्त कर सर्विंलांस पर रखा गया है। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।
स्वजनों के चीत्कार से माहौल हुआ गमगीन :
अशोक की मौत के स्वजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। पत्नी पुष्पा देवी समेत अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। आसपास के ग्रामीण स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे। मृतक को चार छोटे-छोटे बच्चे हैं। इसमें मोती कुमारी (10), गोलू कुमार (8), नंदन कुमार(6) एवं सोनाली कुमारी(3) वर्ष है। सभी का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक की पत्नी रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी और कही रही थी कि अब बच्चे का परवरिश कैसे होगा।
मृतक तीन भाइयों में दूसरा था:
मृतक अशोक तीन भाइयों में दूसरा था। वह सिसवन अंचल में गोताखोर के रूप में कार्यरत था। वर्तमान में वह दरौली में पीपा पुल बनाने के कार्य में लगा हुआ था। वह काफी मिलनसार था।