परवेज अख्तर/सिवान: सिसवन वर्ष 2023 के आगमन का प्रखंड में पूरे उत्साह व उमंग के साथ किया जाएगा। इसे सेलिब्रेट करने के लिए लोग पिकनिक स्थलों पर पहुंचने लगे हैं। युवा 31 दिसंबर की रात से ही जश्न मनाना शुरू कर देंगे। सबसे ज्यादा भीड़ मेंहदार मंदिर व सरयू तट पर होगी। ज्ञात हो कि यहां की प्राकृतिक वादियां, स्वच्छ हवा-पानी का हर कोई कायल है। दिसंबर अंत से जनवरी तक पिकनिक मनाने व सैर करने वालों का यहां जमघट लगा रहता है। प्रखंड में नववर्ष के दिन सरयू नदी के भागर, गंगपुर सिसवन, ग्यासपुर घाट के अलावा हरेराम ब्रह्मचारी स्थान आदि कई स्थान पिकनिक स्थल के रूप में हैं। नए साल के स्वागत में प्रत्येक वर्ष सरयू नदी तट प्राकृतिक सौंदर्य व खूबसूरती को लेकर सैलानियों को आकर्षित करता है। इस बार भी अभी से लोग पिकनिक का आनंद लेने इन स्थानों पर जुटने लगे हैं। नदी के दोनों ओर श्वेत बालू के मैदान व सरकंडे के पौधों के बीचो-बीच नदी की कल-कल जल धारा लोगों को आकर्षिक करती है। दोनों ओर रेत व मनोरम वादियां हैं। रेत की दीवारों से टकराते पानी का प्रवाह मन को आनंद देता है। यह पिकनिक स्पआट प्रकृति की गोद में बसा है।
महेंद्रनाथ मंदिर के गेट पर लगे घंटे के पास युवा लेते हैं सेल्फी :
प्रखंड के ऐतिहासिक महेंद्रनाथ मंदिर में आने वाले हर श्रद्वालु पवित्र कमलदाह सरोवर में स्नान कर भगवान आशुतोष को जलाभिषेक कर सुख समृद्धि की कामना करते हैं। साथ ही मंदिर गेट के बाहर लगे घंटे के पास अपनी सेल्फी जरूर लेते हैं जो देखने में ही रमणीय है। इस मंदिर में भगवान गणेश की एक प्रतिमा भी है। उत्तर में मां पार्वती का एक छोटा सा मंदिर भी है। हनुमानजी का भी अलग मंदिर है, गर्भगृह के दक्षिण में भगवान राम व सीता का मंदिर है। काल भैरव, बटुक भैरव और महादेव की मूर्तियां मंदिर परिसर के दक्षिणी क्षेत्र में है। वहीं मंदिर के 300 मीटर की दूरी पर भगवान विश्वकर्मा का भी मंदिर है। मंदिर के उत्तर में सरोवर है, जिसे कमलदाह सरोवर के रूप में जाना जाता है। इस सरोवर से भक्त भगवान शिव को जलाभिषेक करने के लिए जल ले जाते हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य का धनी है आनंदबाग मठ व सुंदरबाग मठ :
दाहा नदी की कलकल करती धारा व हरे-भरे पेड़ों से घिरे मठ का प्राकृतिक सौंदर्य श्रद्धालुओं को बरबस अपनी ओर खींच लेता है। सुबह शाम-अगरु चंदन, धूप की सुवासित हवा व स्वच्छता बेजोड़ है। नववर्ष के मौके पर यहां भी लोग जुटते हैं।