- चार माह पूर्व छुट्टी पर घर आने पर सड़क हादसे में घायल हुए थे सैनिक राजू
- कोईलवर से आए 47 बटालियन के जवानों ने दी गार्ड ऑफ ऑनर
- सीआरपीएफ के पूर्व आईजी ने भी व्यक्त किया श्रद्धांजलि
परवेज़ अख्तर/सिवान: सिसवन प्रखंड के घुरघाट गांव निवासी सीआरपीएफ जवान राजू कुमार शर्मा को रविवार को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदायी दी गयी. चार माह पूर्व सड़क हादसे में राजू घायल हो गये थे. जिनका इलाक के दौरान शनिवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया. शनिवार की रात दिवंगत का पार्थिव शरीर पैतृक गांव घुरघाट लाया गया. तिरंगे में लिपटे मृतक जवान का शव देखकर मां, पत्नी व बच्चों का बुरा हाल हो गया.दूसरे दिन सुबह गांव में अंतिम यात्रा निकाली गई.शरीर तिरंगा में लिपटा हुआ गांव से सिसवन श्मशान घाट पहुंचा. जहां अंतिम संस्कार के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे थे. जिसे देखने के लिए गांव में लोगों की भीड़ इक्ट्ठा हो गई. सीआरपीएफ कोईलवर 47 बटालियन आरा से सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह के साथ आए हवलदार मनीष कुमार ,चंदन कुमार सिंह,मंटू तिवारी,काजोड़ मल जाट,मुन्ना कुमार साह,संजीव कुमार सहित अन्य सीआरपीएफ के जवानों ने साथी को गार्ड ऑफ ऑनर के बीच अंतिम संस्कार किया.इस दौरान सीआरपीएफ के रिटायर्ड आईजी व स्थानीय निवासी दिनेश कुमार सिंह, पूर्व इंस्पेक्टर सुरेंद्र तिवारी सहित अन्य लोगों ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी.इस दौरान भारत माता की जय के नारे लगते रहे.
दो बच्चियों से छूटा पिता का साया
राजू ने 2006 में सीआरपीएफ में ज्वाइन किया.बीते अक्टूबर माह मे वह छुट्टी पर घर आया हुआ था.26 अक्टूबर की देर शाम किसी कार्य से अपने छोटे भाई के साथ बाईक से कही जा रहा था. तभी थाना क्षेत्र के कौली छपरा कचनार सड़क पर गैस एजेंसी के समीप दो बाइक सवार के आमने-सामने टक्कर हो जाने से सीआरपीएफ जवान राजू कुमार शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गये. जिसका इलाज गोरखपुर के बाद दिल्ली के एम्स में चल रहा था.जवान बेटे के मरने का गम पिता रामईश्वर शर्मा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.वहीं पत्नी गुड़िया देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. बेटी निर्जली 10 व सन्नी 7 का इतनी कम उम्र में ही पिता का साया छूट गया.मौत की खबर से आसपास के मोहल्ले में भी मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.