परवेज अख्तर/सिवान: सिसवन जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने गुरुवार को सरयू नदी तटबंध का निरीक्षण कर बाढ़ पूर्व तैयारियों का जायजा लिया। वे गोगरा तटबंध का निरीक्षण कर अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। अधिकारियों ने तटबंध पर पैदल चलकर उसकी हालात को देखा और निरंतर निगरानी करने का निर्देश भी दिए। सरयू नदी में बाढ़ आने पर सबसे अधिक तबाही तटवर्ती कचनार, सिसवन, सरउत, ग्यासपुर नवका टोला में होती है। इसके अलावा अंचल के आधा दर्जन पंचायत भी बाढ़ से प्रभावित हो जाते हैं। जिलाधिकारी ने उन पंचायतों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिए कैंप लगाने हेतु चिह्नित किए गए स्थान, नाव तथा राहत सामग्री की तैयारी के बारे में स्थानीय अधिकारियों से जानकारी ली।
उन्होंने बाढ़ आने की स्थिति में ग्रामीणों को पूरी तरह सुरक्षा प्रदान करने तथा राहत आदि का पुख्ता प्रबंध करने का निर्देश भी दिए। इस मौके पर मौजूद बाढ़ विभाग के कार्यपालक अभियंता नवलकिशोर भारती ने बांध को पूरी तरह सुरक्षित बताया। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि कटाव होने की स्थिति में बालू की बोरियां भर कर रखी गई हैं। बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर रहने तथा कैंप लगाने के लिए आधा दर्जन जगहों का चयन भी कर लिया गया है। नावों को भी तैयार रखा गया है। बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत देने के लिए भी पूरी तैयारी कर ली गई है। इस अवसर पर एसडीओ रामबाबू बैठा, बीडीओ सूरज कुमार सिंह, सीओ सतीश कुमार, बीसीओ रेयाज अहमद, पीओ सुबोध कुमार सिंह, बीपीआरओ कुमारी विभा, प्रमुख धर्मेंद्र साह सहित जिले के कई वरीय पदाधिकारी एवं अभियंताओं की टीम थी।