परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन प्रखंड से होकर गुजरने वाली चांदपुर चकरी नहर में पानी नहीं आने से किसानों की धान की रोपनी व सिंचाई करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि किसानों द्वारा डाले गए बिचे भी सूखने लगे हैं। किसान पानी के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए हैं। किसान परेशान हैं कि यदि नहर में पानी नहीं आया तो समय पर धान की रोपनी में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कुछ किसान डीजल पंपसेट से दो सौ रुपये प्रतिघंटा की दर से पटवन कर रहे हैं। इससे उन पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि डीजल भी काफी महंगा हो गया है। उसके सहारे खेती कर पाना संभव नहीं है। वर्षा हो जाती तो खेतों में पानी भर आता और धान की रोपनी करने में मदद मिलती।
जिला परिषद सदस्य ब्रजेश कुमार सिंह ने जिलाधिकारी से नहर में पानी छोड़ने का आग्रह किया है ताकि किसानों को धान की रोपाई में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि अबतक नहरों में पानी नहीं आने से खेतों की सिचाई के लिए अधिकतर किसान डीजल पंप सेट के सहारे हैं। इस कारण उन्हें खेती करने में आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है। किसान सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जल स्तर नीचे खिसक जाने के कारण पंपसेट से पानी निकालना भी मुश्किल हो गया है। पंपसेट पानी कम दे रहे हैं। किसान रमेश सिंह ने कहा कि यदि शासन-प्रशासन नहरों में पानी उपलब्ध करा देता तो किसानों को सिंचाई के लिए काफी राहत मिलती। नहर विभाग की बेरुखी और इंतजाम नाकाफी होने से किसानों को निराश होना पड़ रहा है।